डोईफोडिया के आस पास के गावो मे गहराया चरका रोग का संकट केले की फसल पर आये इस रोग ने किसानो की चिंता बडा दी
पहली बार येसा हुआ हे।जिससे केला फसल इतनी खराब हो गई हे।किसान राजू चौहान ने बताया की यह 10साल पहले जिस प्रकार से ठंडी ने केला फसल को नुकसान पहुचाय था।इस बार भी उसी प्रकार की ठंडी आई हे जो केले को काफी ज्यादा प्रभावित कर रही हे।कैलाश राठोड ने भी बताया की इस बार की ठंडी का असर केला फसल पर ज्यादा मात्रा मे नजर आ रहा हे।इनके मुताबिक केला फसल को लगाने मे लगभग 7से8 महिंने बीत चुके हे और खर्च भी काफी ज्यादा मात्रा मे लग चुका हे।और यदि इसी प्रकार की ठंडी रही तो हमे केला फसल मे काफी नुकसान होने वाला हे।।सुरेश चौहान के मुताबिक केला फसल को नुकसान हो जाने के बाद भी किसी जिम्मेदार ने इस और
अभी तक ध्यान आकर्षित नही किया हे।जिससे की केला फसल मे फेल रही बिमारी को रोका जा सके।केला फसल बुरहानपुर जिले की सबसे ज्यादा उत्पन्न की जाने वाली फसल हे तथा बुरहानपुर जिले की केला फसल उत्पादन मे पुरे मध्यप्रदेश मे पहल स्थान आता जहा सबसे ज्यादा केला फसल को लगाया जाता हे।।चरका रोग से आस पास के गाव की केला फसल भी अधिक प्रभावित हुई हे।मातापुर
लोखंदीया,ताजनापुर,डोइफोडिया,बलवाडा,तलावडि,नायर, सायर,नंदुरा साईखेडा आदी गाव मे यह चरका रोग केला फसल पर हावी होता जा रहा हे।किसान किशोर राठोड,प्रकाश चौहान,दिपक राठोड,सुदाम पवार,करण राठोड,प्रमोद पाटिल,सन्तोस राठोड,दिनेश राठोड,नितेश राठोड,सुरेश चौहान,रतीलाल राठोड भारत पाटिल,दिपक चौकसे,आदी किसानो को चिंता सताने लगी हे।।
राष्ट्रिय न्यूज़ चैनल
चीफ इन एडिटर
राजू राठौड़
9424525101,6260601991
नीलेश चौहान की रिपोर्ट
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