करा रोपण अभियान के तहत पंचायत मोहम्मदपुरा में हुई अहम बैठक, टैक्स वसूली से आत्मनिर्भर पंचायत बनाने पर जोर
करा रोपण अभियान के तहत पंचायत मोहम्मदपुरा में हुई अहम बैठक, टैक्स वसूली से आत्मनिर्भर पंचायत बनाने पर जोर
- जिला पंचायत सीईओ, एसडीएम व जनपद सीईओ की मौजूदगी में सरपंच–सचिवों को मिला टैक्स वसूली का लक्ष्य, टैक्स जमा कर ग्राम विकास में सहभागिता की अपील
बुरहानपुर. करा रोपण अभियान के अंतर्गत ग्राम पंचायत मोहम्मदपुरा में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का उद्देश्य ग्राम पंचायतों में टैक्स वसूली को प्रभावी बनाना और टैक्स के माध्यम से गांवों के सर्वांगीण विकास को गति देना रहा। बैठक में जिला पंचायत सीईओ सर्जन वर्मा, एसडीएम अजमेर सिंह गोंड, जनपद पंचायत सीईओ दुर्गेश भंमरकर विशेष रूप से उपस्थित रहे। उनके साथ ग्राम पंचायत मोहम्मदपुरा सहित नाचनखेड़ा क्लस्टर के सभी सरपंच, उपसरपंच, पंच, सचिव एवं सहायक सचिव मौजूद रहे।
बैठक में सभी ग्राम पंचायतों में चल रहे करा रोपण अभियान पर विस्तार से चर्चा की गई। अधिकारियों ने बताया कि टैक्स वसूली केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह गांव के विकास और पंचायत को आत्मनिर्भर बनाने का सबसे सशक्त माध्यम है। टैक्स से प्राप्त राशि का उपयोग गांव की बुनियादी सुविधाओं जैसे सड़क, नाली, स्वच्छता, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था और अन्य विकास कार्यों में किया जा सकता है।
जिला पंचायत सीईओ सर्जन वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार का उद्देश्य ग्राम पंचायतों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है, ताकि वे स्वयं अपने विकास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा कर सकें। उन्होंने कहा कि “अपना टैक्स, अपना विकास” की भावना को हर ग्रामीण तक पहुंचाना आवश्यक है। यदि समय पर टैक्स जमा किया जाता है तो पंचायतें आत्मनिर्भर बनेंगी और गांवों का तेजी से विकास होगा।
एसडीएम अजमेर सिंह गोंड ने कहा कि टैक्स वसूली को लेकर ग्राम पंचायतों को जो लक्ष्य दिए गए हैं, उन्हें समय-सीमा में पूरा करने वाली पंचायतों को शासन की ओर से अतिरिक्त ग्राम विकास राशि प्रदान की जाएगी। यह राशि गांवों में नई योजनाएं शुरू करने और अधूरे कार्यों को पूरा करने में सहायक होगी। उन्होंने सभी सरपंचों और सचिवों से अपील की कि वे ग्रामीणों को टैक्स के महत्व के बारे में जागरूक करें।
जनपद पंचायत सीईओ दुर्गेश भंमरकर ने कहा कि टैक्स वसूली से न केवल पंचायत की आय बढ़ेगी, बल्कि पारदर्शिता और जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि टैक्स देने से ग्रामीणों को यह एहसास होगा कि वे सीधे तौर पर अपने गांव के विकास में भागीदार बन रहे हैं।
बैठक के दौरान ग्राम पंचायत मोहम्मदपुरा में एक प्रेरणादायक उदाहरण भी सामने आया। ग्राम पंचायत मोहम्मदपुरा के निवासी चिंतामन महाजन ने जिला पंचायत सीईओ, एसडीएम और जनपद सीईओ की मौजूदगी में ग्राम पंचायत मोहम्मदपुरा का 1.51384 रुपये का टैक्स जमा किया। टैक्स जमा करने पर जिला पंचायत सीईओ सर्जन वर्मा और एसडीएम अजमेर सिंह गोंड द्वारा चिंतामन महाजन का स्वागत एवं सम्मान किया गया। अधिकारियों ने उनके इस कदम को अन्य ग्रामीणों के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
इस अवसर पर ग्रामीणों से अपील की गई कि वे निर्धारित समय-सीमा में अपना-अपना टैक्स जमा करें और गांव के विकास में सहयोग करें। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि टैक्स की समय-सीमा तय की गई है और इसके भीतर टैक्स जमा करने से पंचायतों को शासन की योजनाओं का अधिक लाभ मिलेगा।
कार्यक्रम में सरपंच आम्रपाली गौतम तायडे, उपसरपंच शोभा तायडे, लोनी सरपंच हेमंत पाटिल सहित आसपास के गांवों के अनेक सरपंच, सचिव एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर करा रोपण अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया।
उल्लेखनीय है कि करा रोपण अभियान की शुरुआत 18 दिसंबर से हो चुकी है। इस अभियान के तहत “अपना टैक्स, अपना विकास”, “टैक्स देंगे तभी गांव आगे बढ़ेगा”, “ग्राम पंचायत टैक्स गांव का हक”, “टैक्स से बनेगा स्वच्छ गांव” और “टैक्स भरो, सुविधा पाओ” जैसे संदेशों के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। टैक्स से सड़क, सफाई और अन्य मूलभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
कुल मिलाकर, पंचायत मोहम्मदपुरा में आयोजित यह बैठक ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है। यदि ग्रामीण समय पर टैक्स जमा कर सहयोग करें, तो निश्चित रूप से गांवों का विकास तेज गति से होगा और पंचायतें मजबूत बनेंगी।
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