अर्चना चिटनिस के प्रयास सफल, बुरहानपुर में करीब 2 करोड़ की लागत से विकसित होंगे दो ‘‘नगर वन‘‘
अर्चना चिटनिस के प्रयास सफल, बुरहानपुर में करीब 2 करोड़ की लागत से विकसित होंगे दो ‘‘नगर वन‘‘
बुरहानपुर ,बुरहानपुर जिले के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज हुई है। विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) के निरंतर प्रयासों एवं जनसहभागिता पर आधारित दृष्टिकोण के परिणामस्वरूप बुरहानपुर विधानसभा अंतर्गत दो महत्वपूर्ण नगर वनों की स्थापना हेतु करीब 2 करोड़ रूपए की स्वीकृति प्राप्त हुई है।
यह निर्णय पर्यावरण संरक्षण, हरियाली विस्तार और सतत विकास की दिशा में एक बड़ी पहल के रूप में माना जा रहा है।
गुरूवार को विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस, जिला वन मंडलाधिकारी विद्याभूषणसिंह, नगर निगमायुक्त संदीप श्रीवास्तव, एसडीओ अजय सागर, जिला पंचायत सदस्य दिलीप पवार, विजय शेवाड़े, आशीष शुक्ला, रूद्रेश्वर एंडोले, रवि काकडे़, रूपेश लिहनकर, मनोज महाजन एवं ऐतेशाम खान सहित अन्य जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने कार्यस्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान श्रीमती चिटनिस ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
*4.5 हेक्टेयर में मूर्तरूप लेगा चिंचाला ‘‘नगर वन‘‘
चिंचाला क्षेत्र अंतर्गत मुक्तिधाम के पीछे लगभग 4.5 हेक्टेयर भूमि में नगर वन विकसित किया जाएगा। इस नगर वन की विशिष्टता यह है कि यह केवल नगर निगम या वन विभाग की पहल नहीं है, बल्कि यह समाज की भागीदारी से विकसित होने वाला स्मृति-आधारित नगर वन होगा।
नागरिक अपने पूर्वजों की स्मृति में पौधारोपण कर सकेंगे, जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों को भी सशक्त आधार मिलेगा। इस प्रकार, हम न केवल एक बेहतर पर्यावरण देने की अपनी मंशा को साकार करेंगे, बल्कि सामाजिक भावना और प्रकृति प्रेम को भी बल देंगे।
50 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित होगा ‘‘मां भगवती वन‘‘
बुरहानपुर विधानसभा अंतर्गत लालबाग के समीप लगभग 50 हेक्टेयर क्षेत्र में वन भूमि पर दूसरा नगर वन भगवती माता मंदिर के आसपास ‘‘मां भगवती वन‘‘ विकसित किया जाएगा। यह बड़ा वन क्षेत्र न केवल शहर के पर्यावरण को सुदृढ़ करेगा, बल्कि भविष्य में एक महत्वपूर्ण इको-टूरिज्म एवं पर्यावरण शिक्षा केंद्र के रूप में विकसित होने की संभावनाएँ भी रखता है।
यह विशाल क्षेत्र हमें प्रकृति के साथ अपने रिश्ते और जिम्मेदारी को निभाने का एक बड़ा अवसर प्रदान करता है। हमारा संकल्प है कि हम इस वन को विकसित और सुरक्षित करेंगे, जिससे यह हमारी भावी पीढि़यों के लिए एक अमूल्य धरोहर बन सके। हम यहाँ प्रकृति संजोने और संवारने के संस्कार का कार्य करेंगे, जिससे आने वाली पीढि़याँ पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझ सकें।
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा प्रकृति संरक्षण के लिए दिए गए संदेश “प्रकृति की पूजा ही ईश्वर की पूजा है” को साकार करते हुए यह दोनों नगर वन बुरहानपुर को अधिक हरित, स्वच्छ और पर्यावरण संतुलित बनाने की दिशा में महत्त्वपूर्ण योगदान देंगे।
नगर वन न केवल पर्यावरण संरक्षण का माध्यम हैं, बल्कि यह समाज के सामूहिक प्रयासों और प्रकृति प्रेम का प्रतीक भी हैं। बुरहानपुर को हरा-भरा बनाने के अभियान में सभी नागरिकों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।
श्रीमती चिटनिस ने कहा कि दोनों नगर वन में स्थानीय नागरिकों, सामाजिक संगठनों, शिक्षण संस्थाओं और युवा वर्ग की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के समन्वय से दोनों नगर वनों का विकास समयबद्ध तरीके से किया जाएगा।
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि मुझे बुरहानपुर जिले के सभी नागरिकों के साथ एक ऐतिहासिक और अत्यंत सकारात्मक उपलब्धि साझा करते हुए हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। हमारे सामूहिक और सार्थक प्रयासों के परिणामस्वरूप, बुरहानपुर जिले में दो महत्वपूर्ण नगर वनों को आधिकारिक स्वीकृति मिल गई है। यह पर्यावरण संरक्षण और शहर के भविष्य के लिए एक बड़ा कदम है।
मैं सभी नागरिकों से इस पुण्य कार्य में अपना सहयोग देने का आग्रह करती हूँ। आइए, मिलकर बुरहानपुर को हरा-भरा बनाएं।
उल्लेखनीय है कि श्रीमती अर्चना चिटनिस बुरहानपुर में ‘‘नगर वन‘‘ (सिटी फोरेस्ट) विकसित करने हेतु लगातार प्रयासरत हैं। मां भवगती पहाड़ी से लगे क्षेत्र को मां भगवती वन एवं चिंचाला में नगर वन को मूर्तरूप लेगा। चिंचाला शमशान के समीप भूमि नगर वन तथा मां भवगती वन के लिए भूमि का चयन किया गया है। योजनांतर्गत स्थानीय प्रजाति के पौधों का सघन रोपण कर वनीकरण को बढ़ावा दिया जा सकेगा। समाज, महिलाओं-युवाओं को साथ लेकर उक्त योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु अभियान के रूप में कार्य किया जाएगा।
विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बताया कि मां भगवती पहाड़ी के समीप राजस्व की लगभग 20 हेक्टेयर तथा वन विभाग की 40 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध है।
जो नगर वन योजना के क्रियान्वयन के लिए सर्वथा उपयुक्त है। इसको मां भगवती वन के नाम से विकसित किया जाएगा। इसी प्रकार नगर निगम बुरहानपुर के चिंचाला वार्ड में श्मशान घाट के पीछे ‘‘नगर वन‘‘ अंतर्गत नगर वाटिका के लिए निगम स्वामित्व की 4.50 हेक्टेयर भूमि का चयन कर नगर निगम द्वारा वन विभाग के माध्यम से शासन को प्रस्ताव बनाकर प्रेषित किया गया था, जिसकी स्वीकृति भी प्राप्त हो चुकी है। भूमि उपलब्ध कराने पर श्रीमती चिटनिस ने महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल एवं महापौर परिषद का भी आभार व्यक्त किया।
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि नगरीय क्षेत्र में बढ़ती आबादी को देखते हुए पेड़ों की आवश्यकता है। कटते वन और घटते ग्रीन कवर के कारण जलवायु परिवर्तन की विपदा और क्षति को तो हम भोग ही रहे है। कम हो रही वृक्षों के कारण भूमिगत जल स्तर तेजगति से गिरता जा रहा है।
वृक्षारोपण केवल वन क्षेत्र में रहने वाला समाज व ग्रामीणों की जिम्मेदारी ही नहीं है। इसे समझते हुए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में ‘‘नगर वन‘‘ (सिटी फोरेस्ट) योजना बनाई गई है।
श्रीमती चिटनिस ने बताया कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा जारी की गई इस योजना की अवधि 2020-21 से 2024-25 तक है। योजना का उद्देश्य नगरीय निकाय की सीमा के 5 कि.मी.की परिधि में 10 हेक्टेयर से 50 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में स्थानीय प्रजाति के पौधों का सघन रोपण कर वनीकरण को बढ़ावा देना है।
उन्होंने बताया कि योजना में प्रस्ताव स्वीकृत होने पर सरकार द्वारा प्रति हेक्टेयर की दर से वनीकरण हेतु अनुदान दिया जाएगा।
ज्ञात हो कि विधायक एवं पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस द्वारा लंबे समय से प्रयास कर एक बड़े लैंड स्कैप पर थीम के साथ वृक्षारोपण किया जाए। विगत दिनों मुख्यमंत्री, वन मंत्री एवं वन विभाग के संबंधित उच्चाधिकारियों से भी मुलाकात कर इस संबंध में चर्चा की जाती रही है।
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