मध्यप्रदेश में शिक्षकों की बड़ी आवाज़! प्रांताध्यक्षों की ई-अटेंडेंस पर आपात बैठक — “व्यवस्था खत्म कर पुरानी हाजिरी पद्धति बहाल हो” की उठी मांग!
वरिष्ठता एवं ई-अटेंडेंस"के संबंध में आज
मध्यप्रदेश के समस्त सम्माननीय प्रांताध्यक्ष मनोहर दुबे परमानंद डेहरिया डीके सींगोंर एवं ठाकुर संतोष सिंह दीक्षित पदाधिकारियों ने वरिष्ठता एवं ई-अटेंडेंस विषय पर विमर्श हेतु महत्त्वपूर्ण ऑनलाइन गुगल एप मीटिंग आयोजित किये।
प्रत्येक संगठन से एक पदाधिकारी का गुगल मीटिंग में जुड़कर शिक्षक संवर्ग के साथियों के आग्रह पर ई-अटेंडेंस कोर्ट प्रकरण के दृष्टिगत मीटिंग आयोजित की गई।
जिसमें इ अटेंडेंस एवं वरिष्ठता पर चर्चा की गई सर्वप्रथम श्री मनोहर दुबे जी ने अपने सुझाव देते हुए कहा कि संपूर्ण प्रदेश में ई अटेंडेंस खत्म करना चाहिए एवं पूर्व की भांति अटेंडेंस व्यवस्था रहना चाहिए डी के सिंगौर ने कहा कि अभी अटेंडेंस केवल एजुकेशन में शहरी क्षेत्र में है आदिवासी क्षेत्र में नहीं है इसके बावजूद भी ई अटेंडेंस में बहुत सारी समस्या है।
आवास व्यवस्था नहीं है, किसी के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं है इसके अलावा प्रांत अध्यक्ष परमानंद डेहरिया एवं संतोष सिंह दीक्षित तथा नवनीत चतुर्वेदी
ने कहा कि ई अटेंडेंस के कारण हमारे बहुत से शिक्षक मानसिक रूप से दबाव में हैं बहुत सारे शिक्षक शिक्षिका की इस के कारण मृत्यु हुई है दुर्घटना हुई है।
अटेंडेंस के कारण सरकार शिक्षक शिक्षिकाओं के पर शंका जाहिर कर रही है ईमानदारी पर शक कर रही है।
अपने व्यवस्था लागू कर दी लेकिन इसके लिए पूरी तैयारी नहीं की जिसके कारण प्रदेश के समस्त शिक्षक कर्मचारी भयभीत है मानसिक रूप से दबाव में हैं इस व्यवस्था पर पुनर्विचार करना चाहिए ।
सभी प्रांत अध्यक्षों ने आने वाले समय में प्रथम नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता एवं पुरानी पेंशन पर भी प्रकाश डाला और सभी से निवेदन किया कि इसमें भी 100% के साथ अपनी सहभागिता कीजिए ताकि सरकार यूपीएस पुरानी पेंशन पर आ जाए जैसा कि एनपीएस से यूपीएस पर आ गई है ।
इस संबंध में 14 अक्टूबर को प्रदेश के संपूर्ण ब्लॉक स्तर से लेकर जिला लेवल तक माननीय मुख्यमंत्री जी के नाम ज्ञापन दिया जाएगा।
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