रेल यात्री ट्रेनों में बढ़ रही है पत्थरबाज़ी की घटना
रेल यात्री ट्रेनों में बढ़ रही है पत्थरबाज़ी की घटना
- रेलवे आरपीएफ ने नैनपुर रेलवे स्टेशन में चलाया जागरूकता अभियान
- नैनपुर आरपीएफ थाना प्रभारी राजीव सिंह के द्वारा किया गया कार्यक्रम
नैनपुर -- विगत कुछ समय से रेल एवं चलती ट्रेनों में असमाजिक तत्वों के द्वारा पत्थरबाजी की जाती हैम जिससे कई प्रकार की गंभीर घटनाएं घटित हो जाए हो चुकी है और कई महिलाएं पुरुष एवं बच्चे पत्थर लगने से गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। लगातार इस प्रकार की घटनाएं नैनपुर सहित नागपुर मंडल में कई जगह घटित हुई है। जिनके कारण नागपुर डिवीजन ने एक जागरूक कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को संदेश देने का काम किया है। एक ऐसे ही कार्यक्रम नैनपुर आरपीएफ थाना प्रभारी राजीव सिंह के द्वारा किया गया और नैनपुर स्टेशन में अपने अधिकारियों के द्वारा लोगों को पत्थर मारने की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूक किया। और उन्होंने बताया कि चलती ट्रेनों में पत्थर फेंकने के कितने गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
आम नागरिकों को जागृत करते हुए यह कार्यक्रम रेलवे स्टेशन पर आयोजित किया गया। रेलवे स्टेशन में आम रेल यात्री को जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पत्थरबाज़ी यह जानलेवा साबित हो सकती है और किसी की जान ले सकती है। यह यातायात, रेलगाड़ियों और आम जन-जीवन को बाधित करती है। रेलवे एवं सरकारी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाती है। इस कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने बताया कि इसमें शामिल होने पर उन् असामाजिक तत्वों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई हो सकती है। भारतीय रेलवे में भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत पत्थरबाज़ी को दंगा और शांति भंग करने का अपराध माना जाता है। दोषी पाए जाने पर जुर्माना, कारावास या दोनों हो सकते हैं। रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुँचाने पर रेलवे एक्ट के अंतर्गत कठोर सज़ा मिलती है। आम नागरिक एवं रेल यात्रियों से कहा गया कि अगर कहीं पत्थरबाज़ी हो रही हो तो तुरंत रेल पुलिस या संबंधित सुरक्षा बल को सूचित करें। इस रेल स्टेशन पर जागरूक कार्यक्रम में आरपीएफ इंस्पेक्टर राजीव सिंह, सोनम जी एवं अन्य रेल पुलिस के अधिकारी कर्मचारी शामिल हुए । संदेश:"पत्थर उठाने से बेहतर है किताब उठाना।
पत्थरबाज़ी से समस्या नहीं सुलझती, बल्कि और बढ़ती है।
शांति और कानून का पालन ही सच्ची ताक़त है।"
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