स्थानीय रेलवे अधिकारियों ने किया गुमराह
स्थानीय रेलवे अधिकारियों ने किया गुमराह
- डीआरएम नागपुर से नहीं हों सकी मुलाक़ात
नैनपुर - आप तो जानते ही हैं कि मंडला जिले का सबसे शिक्षित एवं जागरूक नगर नैनपुर कहलाता है यहां नैनपुर जंक्शन के माध्यम से चारों दिशाओं से रेलवे की ट्रेन आती एवं जाती है जिनके इंस्पेक्शन के लिए आज डीआरएम नागपुर नैनपुर दौरे पर आए हुए थे स्थानीय स्तर की रेलवे अधिकारियों ने डीआरएम से जनता एवं पत्रकार को मिलने के लिए शाम का समय तय किया था परंतु दुर्भाग्य से जब सामाजिक कार्यकर्ता एवं पत्रकार साथी रेलवे स्टेशन पहुंचे तो डीआरएम साहब चिरईडोंगरी के लिए निकल चुके थे रेलवे अधिकारियों के द्वारा बताया गया सर जैसे ही लौटते हैं हम आपको कॉल करके बुला लेंगे परंतु जब बहुत देर तक रेलवे के स्थानीय अधिकारियों से किसी प्रकार का कोई समाचार प्राप्त नहीं हुआ तब सामाजिक कार्यकर्ता एवं पत्रकार साथी रेलवे स्टेशन नैनपुर पहुंचे जानकर आश्चर्य हुआ की डीआरएम नागपुर चिरई डोंगरी से आकर छिंदवाड़ा की ओर रवाना हो गए पर स्थानीय अधिकारियों ने सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं पत्रकारों को उनके नैनपुर में आने की जानकारी नहीं दी,जिसका एक साफ कारण है कि डीआरएम के आने से यहां के स्थानीय अधिकारी एवं ठेकेदार जो अमृत भारत योजना का काम कर रहे हैं अपनी व्यवस्था को चाक चोवंध कर लेते हैं पर पत्रकारों के माध्यम से जब अमृत भारत स्टेशन निर्माण के कार्यों की गुणवत्ता पर प्रश्न उठाया जाता है तब यह ठेकेदार और संबंधित रेल अधिकारी एक दूसरे की बगले झांकने लगते हैं यहां हम एक बात का उल्लेख करना चाहते हैं विगत दौरे के समय पत्रकारों के सामने एक स्थानीय अधिकारी डीआरएम नागपुर गुप्ता जी को गलत जानकारी दे रहा था जिस पर पत्रकारों ने तत्काल टोंक दिया था शायद उन स्थानीय अधिकारियों को यह बात ना गवार गुजरी और यही कारण हो सकता है कि उन्होंने मिलने के समय को गुप्त रखा और बिना मिले ही डीआरएम साहब नागपुर की ओर रवाना हो गए यह लोकतंत्र है या स्थानीय स्तर की रेलवे विभाग अधिकारियों की नेतागिरी यह प्रश्न आप पर छोड़ते हैं जिसका निर्णय रेलवे बिलासपुर जौनपुर वरिष्ठ अधिकारी ही कर सकते हैं ?
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