मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला को परिवार से मिलाया
नैनपुर पुलिस ने मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला को परिवार से मिलाया
- सोशल मीडिया और सामुदायिक सहयोग बना सेतु
- पुलिस अधीक्षक ने की पुरस्कार की घोषणा
नैनपुर. नैनपुर पुलिस ने एक महीने से अधिक समय से नैनपुर में रह रही मानसिक रूप से अस्वस्थ लगभग 53 वर्षीय सुधा नामक महिला को उसके परिजनों से मिलकर एक अत्यंत मानवीय कार्य किया है। हिंदी न बोल पाने के कारण महिला की पहचान करना बेहद चुनौतीपूर्ण था, लेकिन पुलिस के अथक प्रयासों और सामुदायिक सहयोग से यह संभव हो पाया।

बताया गया कि पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती महिला की पहचान स्थापित करना था, क्योंकि वह हिंदी बोलने में असमर्थ थी। इस जटिल स्थिति में नैनपुर पुलिस ने सोशल मीडिया का प्रभावी ढंग से उपयोग किया। महिला की जानकारी विशेष रूप से तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हैदराबाद और चेन्नई से जुड़े सोशल मीडिया गु्रप और हैंडल्स पर व्यापक रूप से साझा की गई। इसके साथ ही पुलिस ने रेलवे विभाग में कार्यरत दक्षिण भारतीय कर्मचारियों और स्थानीय नागरिकों से भी लगातार संवाद और सहयोग लिया। इन सभी समन्वित प्रयासों के परिणामस्वरूप ही महिला की पहचान सुनिश्चित हो सकी और उसके परिवार का पता चला।
बताया गया कि महिला के भाई और जीजा 4 जून को चेन्नई से नैनपुर पहुँचे। आवश्यक सत्यापन और पूछताछ की प्रक्रिया पूरी करने के बाद पुलिस ने महिला को उसके परिजनों को सौंप दिया, जिसके बाद वे उसे लेकर चेन्नई के लिए रवाना हो गए। इस संवेदनशील और मानवीय कार्य के लिए पुलिस अधीक्षक मंडला ने नैनपुर पुलिस की सराहना की है और संबंधित पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत करने की घोषणा भी की है। परिजनों ने भी नैनपुर पुलिस और स्थानीय नागरिकों द्वारा किए गए इस संवेदनशील एवं मानवीय कार्य के लिए गहरा आभार व्यक्त किया है।
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