हृदय शाह के मोतीमहल, रानीमहल सहित शंकर शाह, रघुनाथ शाह एवं रानी दुर्गावती के स्मारकों का विकास किया जाएगा - मुख्यमंत्री डॉ. यादव
हृदय शाह के मोतीमहल, रानीमहल सहित शंकर शाह, रघुनाथ शाह एवं रानी दुर्गावती के स्मारकों का विकास किया जाएगा - मुख्यमंत्री डॉ. यादव
- रामनगर स्थित चौगान के विकास कार्यों के प्रस्ताव तैयार करने कलेक्टर को मंच से दिए निर्देश
- पेसा कानून में जल, जंगल, जमीन संरक्षण के लिए बैगा, भारिया व सहरिया जनजाति के लिए 1600 करोड़ की स्वीकृति
- किसानों को 5 रुपये में मिलेंगे बिजली कनेक्शन, सोलर पम्प देकर बिजली मुक्त किसान की दिशा में सरकार
मंडला - मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आजादी के लिए आन, बान और शान से लड़ने वाले राजा हृदय शाह, राजा शंकर शाह, कुंवर रघुनाथ शाह, रानी दुर्गावती, बिरसा मुंडा और टंट्या मामा ने महान कार्य किया है, जो जल जमीन, जंगल और जमीर की रक्षा के लिए आगे आये हैं। हमारे प्रदेश और देश के जनजातीय महापुरुषों ने हमें गौरवान्वित किया है। हमें गर्व है ऐसी जनजातियों पर जिसने आजादी में न तो अंग्रेजों से और न तोप से डरे। भारत शासन द्वारा जनजातीय महापुरुषों के उल्लेखनीय योगदान के सम्मान में खरगोन में टंट्या मामा विश्वविद्यालय स्थापित किया गया है। यह विचार मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंडला के रामनगर में दो दिवसीय आदि उत्सव ने रखें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यहां हृदय शाह द्वारा बनाये गए मोती महल का अवलोकन करते हुए लोक कला प्रदर्शनी का भी उदघाटन किया। साथ ही उन्होंने 61 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया।
स्मारकों व किलों के विकास कार्य होंगे
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय समुदाय के गौंड राजाओं के बने स्मारकों व किलों के विकास कार्य कराने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि रामनगर और मंडला नगर में राजा शंकरशाह, कुंवर रघुनाथ शाह, रानी दुर्गावती, मोतीमहल, रानी महल को भी विकास कार्यों में शामिल किया जाएगा। उन्होंने मंच से कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा को रामनगर स्थित मढ़िया के विकास के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसमें करीब 5 हजार नागरिकों की बैठक व्यवस्था के लिए सभागार, पेयजल और ठहरने की व्यवस्था आदि के प्रस्ताव शामिल होंगे।
जल, जंगल, जमीन के संरक्षण के लिए बैगा भारिया व सहरिया जनजाति के लिए राशि हुई स्वीकृत
रामनगर में आयोजित हो रहे आदि उत्सव के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पेसा कानून के तहत जल, जंगल और जमीन के संरक्षण के लिए शासन द्वारा बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति क्षेत्र के लिए 1600 करोड़ की राशि की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही किसानों के सम्बंध में उन्होंने कहा कि किसानों से 2600 प्रति क्विंटल की दर से गेहूं उपार्जन किया जा रहा है। आगे किसानों को 5 रुपये में बिजली कनेक्शन दिया जाएगा। वहीं किसान आगे सभी किसानों को सोलर पम्प प्रदान कर बिजली बिल से मुक्त करने की दिशा में बढ़ रही है। अब प्रदेश का किसान बिजली का भी उत्पादन करेगा बिजली शासन खरीदेगी।
गाय भैंस खरीदने पर 25 प्रतिशत अनुदान
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि मप्र में दूध उत्पादन को बढ़ाया जाएगा। इसके लिए प्रदेश के किसानों को 25 गाय या भैंस खरीदने पर 25 प्रतिशत का अनुदान दिया जाएगा। वहीं 200 गाय या भैंस खरीदने पर 50 गाय या भैंस शासन द्वारा दी जाएगी।
आदि उत्सव में जनजातीय कन्याओं का विवाह आयोजन
आदि उत्सव की महत्वपूर्ण कड़ी में 600 कन्याओं का मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनान्तर्गत विवाह आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में पहुचते हुए सभी नव विवाहित जोड़ों पर पुष्प वर्षा की। साथ ही कार्यक्रम के अंत मे उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनान्तर्गत कन्याओं को मिलने वाली 49 हजार रुपये की राशि के सांकेतिक रूप से चौक भी प्रदान किये।
बच्चों को वकील डॉक्टर व इंजीनियर बनाओं कॉलेज की फीस शासन वहन करेगी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने के लिए कहा कि वकील,डॉक्टर और इंजीनियर जो चाहे बनाओ। बच्चों के कॉलेजों की फीस शासन द्वारा वहन की जाएगी। अच्छी से अच्छी कोचिंग दिलाने को भी कहा है।
मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने कहा कि रामनगर में सन् 2015 से लगातार आदि उत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। आदि उत्सव का कार्यक्रम कोरोना काल में संपन्न नहीं हो सका था। आदि उत्सव में आदिवासी लोक संस्कृति, रीति-रिवाज, परंपरा और इतिहास के संबंध में जानकारी दी जाती है। आदि उत्सव कार्यक्रम में पहुँचे लोगों को उन्होंने बधाई व शुभकामनाएं दी।
सांसद श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने बताया कि आदि उत्सव कार्यक्रम में संपूर्ण भारत के आदिवासी लोग शामिल होते हैं। गोंडवाना की इस भूमि में गोंड राजाओं ने 1500 से अधिक वर्षों तक शासन किया है। आदि उत्सव में आदिवासी संस्कृति, रीति-रिवाज, परंपरा और इतिहास के बारे में बताया जाता है। जिससे आने वाली पीढ़ी अपने आदिवासी समाज की संस्कृति, रीति-रिवाज, परंपरा और इतिहास से अवगत हो सके।
मप्र छत्तीसगढ़ और उत्तरप्रदेश के मंत्री विधायक व सांसद हुए आदि उत्सव में शामिल
रामनगर में आयोजित हुए आदि उत्सव कार्यक्रम में मप्र शासन के अलावा छत्तीसगढ़ और उत्तरप्रदेश सरकार के मंत्री व विधायक सांसद शामिल हुए। कार्यक्रम में मप्र में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपतिया उइके, केन्द्रीय राज्यमंत्री जनजातीय कार्य श्री दुर्गादास उइके, केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर महिला बाल विकास, उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री समाज कल्याण अनु.जा. एवं जन. कल्याण श्री संजीव गौंड़, सांसद श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, शहडोल लोकसभा सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह, लोकसभा सांसद कांकेर श्री भोजराज नाग, विधायक बरघाट श्री कमल मर्सकोले, विधायक गोटेगांव श्री महेन्द्र नागेश, विधायक सिहोरा श्री संतोष वरकड़े, विधायक शहपुरा श्री ओमप्रकाश धुर्वे, विधायक धरमपुरी श्री कालूसिंह ठाकुर, विधायक रामकोला उत्तरप्रदेश श्री विनयप्रकाश गौंड़, मंडला जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संजय कुशराम, डिंडौरी जिला पंचायत अध्यक्ष श्री रूद्रेश परस्ते, नगरपालिका अध्यक्ष श्री विनोद कछवाहा, पूर्व विधायक श्री देवसिंह सैयाम, श्री रामप्यारे कुलस्ते, श्री शिवराज शाह, श्री पंडित सिंह धुर्वे, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री प्रफुल्ल मिश्रा, नगर भाजपा अध्यक्ष शिवारानू राजपूत, कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक श्री रजत सकलेचा, सीईओ जिला पंचायत श्री श्रेयांश कूमट, अपर कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार सिंह एवं अपर कलेक्टर श्री अरविंद सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री शिवकुमार वर्मा मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री अखिलेश उपाध्याय एवं श्री दिलीप मरकाम ने किया।
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