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1200 की आबादी एक हैंडपंप के भरोसे, आंदोलन की चेतावनी

 



1200 की आबादी एक हैंडपंप के भरोसे, आंदोलन की चेतावनी 

हीरापुर में गहराया जल संकट, 1200 की आबादी एक हैंडपंप के भरोसे, आंदोलन की चेतावनी

  • हर घर जल का दावा खोखला
  • हीरापुर में ग्रामीण बूंद-बूंद पानी को तरसे ग्रामीणों में आक्रोशित

मंडला . भीषण गर्मी के बीच जहां अधिकांश लोग घरों में दुबके रहने को मजबूर हैं, वहीं निवास जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत जवेधा के पोषक ग्राम हीरापुर के ग्रामीण गंभीर जल संकट से जूझ रहे हैं। लगभग 1200 की आबादी वाले इस गांव में न तो कोई नल जल योजना है और न ही हैंडपंप काम कर रहे हैं। हैंडपंपों से हवा निकल रही है। पूरे गांव के लोग मात्र एक चालू हैंडपंप के भरोसे अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं।

बताया गया कि चिलचिलाती धूप में गांव की महिलाओं को एकमात्र हैंडपंप में पानी भरने के लिए लंबी कतारों में खड़े देखा जा सकता है। दिनभर इस हैंडपंप पर पानी भरने वाली महिलाओं की भीड़ लगी रहती है और कई बार पानी को लेकर आपस में कहासुनी और लड़ाई तक की नौबत आ जाती है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी विकट जल संकट की स्थिति उनके गांव में प्रतिवर्ष उत्पन्न होती है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन के साथ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को अनेकों बार लिखित आवेदन दिया है, लेकिन उनकी समस्या जस की तस बनी हुई है और अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

ग्रामीणों को उठाना पड़ रहा अतिरिक्त आर्थिक बोझ 

ग्रामीणों ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि इन दिनों गांव में शादी-विवाह के आयोजन चल रहे है, जिसके चलते घरों में रिश्तेदारों का आना-जाना लगा रहता है। हालांकि पानी की कमी के कारण उन्हें दिनभर पानी भरने में ही समय बिताना पड़ता है। मजबूरी में उन्हें शादियों में बाहर से टैंकर मंगवाकर पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है, जिससे उन पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है।

उग्र आंदोलन की चेतावनी 

ग्रामीणों ने सरकार की हर घर जल योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि जमीनी स्तर पर हकीकत इसके विपरीत है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनके गांव में पेयजल समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी। हीरापुर के ग्रामीणों का यह संकटपूर्ण हाल विकास के दावों की पोल खोलता नजर आ रहा है।

इनका कहना है

हमारे ग्राम में प्रतिवर्ष जल संकट रहता हैं, शासन हर घर जल की बात करती हैं परन्तु जमीनी हकीकत कुछ और हैं हमारा गांव एक हैंडपंप के भरोसे है, अगर समस्या का हल नहीं हुआ तो आंदोलन करने हम मजबूर होंगे।
सालिक राम धार्वे
वरिष्ठ नागरिक ग्राम हीरापुर

हमारे गांव में पानी की समस्या है, पांच हैंडपंप हवा उगल रहे है, एक चालू है जिसके भरोसे पूरा गांव है, पानी भरने दिन रात लाइन तक लगना पड़ता है अनेकों बार शिकायत संबंधित अधिकारी से किए पर कोई सुनने वाला नहीं हैं।
दिनेश दास
ग्रामीण युवा

जल संकट से निपटने के लिए जांच करके नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी, हमने सभी पंचायतों को निर्देशित किया है कि जहां जल संकट है तत्काल टैंकर के माध्यम से पानी उपलब्ध कराए।
दीप्ति यादव
सीईओ, जनपद पंचायत निवास

हमारी टीम ने गांव का निरीक्षण किया है, पेयजल की समस्या को लेकर गांव में जल्द खनन कराया जाएगा ताकि ग्रामीणों को पेयजल की समस्या का सामना न करना पड़े।
गरिमा मरकाम सहायक यंत्री
पीएचई विभाग, निवास




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