प्रताडऩा का आरोप, बैगा जनजाति की छात्राओं का किया अपमान
प्रताडऩा का आरोप, बैगा जनजाति की छात्राओं का किया अपमान
- मवई के नेताजी सुभाष चंद्र बोस कन्या छात्रावास खालोड़ी का मामला
मंडला . जिले में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले बैगा जनजाति के बच्चों को प्रताडि़त करने का मामला सामने आया है। मोतीनाला क्षेत्र के नेताजी सुभाष चंद्र बोस कन्या छात्रावास खालोड़ी की छात्राओं ने शिक्षिकाओं पर जाति सूचक शब्दों से अपमानित करने का गंभीर आरोप लगाया है। इससे नाराज अभिभावकों ने प्रशासन से दोषी शिक्षिकाओं पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी अनुसार केंद्र और प्रदेश सरकारें बैगा समाज के उत्थान और उन्हें मुख्यधारा से जोडऩे के लिए कई योजनाएं चला रही हैं। सरकार का उद्देश्य है कि बैगा समाज के बच्चे भी शिक्षा प्राप्त कर अपने सपनों को साकार कर सकें और देश के विकास में योगदान दें। लेकिन सरकार की इस मंशा पर बैगा आदिवासी बाहुल्य स्कूलों में तैनात कुछ शिक्षक पानी फेरते नजर आ रहे हैं।
बैगा जनजाति की छात्राओं को अपमानित करने का मामला मंडला जिले के मवई विकासखंड के खालोड़ी स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस कन्या छात्रावास का है, जहां सभी छात्राएं आदिवासी समुदाय से हैं। ये छात्राएं कैम्पस में स्थित माध्यमिक शाला में पढऩे जाती हैं। इन छात्राओं ने आरोप लगाया है कि माध्यमिक शाला की शिक्षिकाएं उन्हें जातिसूचक शब्दों से अपमानित करती हैं। छात्राओं का कहना है कि वार्षिक परीक्षा भी नजदीक है, जिसकी तैयारी भी कर रहे है। वही दूसरी तरफ शिक्षकों की प्रताडऩा से परेशान भी है।
छात्राओं ने बताया कि मैडम हमें जातिसूचक शब्द कहकर अपमानित करती हैं, हमसे भेदभाव करती हैं। हम पढऩा चाहते हैं, लेकिन इस तरह के व्यवहार से हमारा मनोबल टूट जाता है। छात्रों के साथ हुए ऐसे व्यवहार के बाद अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में कितनी सख्ती से कार्रवाई करता है और क्या बैगा समाज के बच्चों को न्याय मिल पाएगा।
एकीकृत माध्यमिक शाला खलौड़ी के 2 प्राथमिक शिक्षक निलंबित
नेताजी सुभाषचंद्र बोस बालिका छात्रावास खलौड़ी विकासखंड मवई में 10 फरवरी को रात्रि में हुई पत्थरबाजी एवं एकीकृत माध्यमिक शाला खलौड़ी के शिक्षकों द्वारा छात्राओं के साथ अनुचित व्यवहार की शिकायत के संबंध में जाँच की गई। जांच प्रतिवेदन के आधार पर एकीकृत माध्यमिक शाला खलौड़ी के प्राथमिक शिक्षक कोमल सिंह कुशराम एवं श्रीमती रम्मी सार्वे (माहिश्वरी) को नोटिस जारी किए गए थे। नोटिस के जवाब संतोषजनक न पाए जाने पर दोनों प्राथमिक शिक्षकों को सहायक आयुक्त जनजाति कार्यविभाग मंडला द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में कोमल सिंह कुशराम एवं श्रीमती रम्मी सार्वे का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय घुघरी जिला मंडला निहित किया गया है। निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता भुगतान किया जाएगा।
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