माहिष्मती घाट मण्डला में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनांतर्गत जागरूकता कार्यक्रम किया गया आयोजित
माहिष्मती घाट मण्डला में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनांतर्गत जागरूकता कार्यक्रम किया गया आयोजित
मंडला - मंगलवार को माहिष्मती घाट मण्डला में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत महिला बाल विकास एवं पुलिस विभाग की ओर से संयुक्त कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में पुलिस विभाग के उप निरीक्षक शिव नारायण उपाध्याय द्वारा साइबर सुरक्षा से संबंधित जानकारी दी गई जिसके अंतर्गत महिलाओं हेतु साइबर अपराध से बचने के उपाय बताये गये। विश्वसनीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करें, ऑनलाइन डेटिंग साइट्स से दूर रहें। इलेक्ट्रॉनिक गेजेट्स में खराबी आने पर, विश्वसनीय व्यक्ति से अपने सामने रिपेयर कराएं। वैवाहिक धोखाधड़ी से सावधान रहें। मेट्रीमोनियल साइट्स पर प्रोफाइल में दी गई जानकारियों को विश्वसनीय सूत्रों से सत्यापित कर लें। ईमेल आईडी, सोशल मीडिया प्रोफाइल्स, ई वॉलेट्स/नेटबैंकिंग आदि के पासवर्ड मजबूत रखें एवं नियमित अंतराल पर बदलते रहें। इसके अलावा साइबर क्राइम के अलग-अलग प्रकार के बारे में बताया गया और उनसे निपटने के तरीके बताए गये। साइबर सिक्योरिटी से जुड़े आर्थिक अपराधों के लिये हेल्पलाईन नंबर 1930 के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई जा सकती है, थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के दौरान गोपनीयता भंग न हो उसका भी ध्यान रखा जाता है। सोशल मीडिया का सही उपयोग एवं अनजान लोगों से मित्रता न करने की समझाईश दी गई और डायल 100 के बारे में बताया गया। तत्पश्चात् मधुलिका उपाध्याय प्रशासक वन स्टॉप सेंटर महिला एवं बाल विकास विभाग मण्डला द्वारा लोगों को पी.सी.पी.एन.डी.टी. एक्ट, एस.आर.बी. (लिंगानुपात) एवं कन्या भ्रूण हत्या जैसे विषयों पर जानकारी दी गई।
पी.सी.पी.एन.डी.टी. एक्ट के तहत लिंग जांच करवाना एवं गर्भपात कराना कानून के विरूद्ध है इसके लिये सजा का प्रावधान है। एवं इनसे जुड़े कानूनों के बारे में बताया साथ ही स्वच्छता के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया। स्वास्थ्य की देखभाल, मासिक धर्म के समय स्वच्छता और विशेष स्वास्थ्य प्रबंधन के बारे में बताया गया। वन स्टॉप में दी जाने वाली सहायताओं के बारे में भी लोगों को अवगत कराया एवं 181 महिला हेल्पलाइन के बारे में जानकारी दी गई। उक्त कार्यक्रम में वन स्टॉप सेंटर केसवर्कर आशा नंदा, विधिक केसवर्कर प्रभा पाण्डेय एवं बहुउद्देशीय कार्यकर्ता आरती वरकड़े उपस्थित रहीं।
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