ग्लोबल बंजारा अस्तित्व फाउंडेशन ने संविधान दिवस पर बांटी भारत के संविधान की उद्देशिका
ग्लोबल बंजारा अस्तित्व फाउंडेशन ने संविधान दिवस पर बांटी भारत के संविधान की उद्देशिका
चालिसगांव (प्रतिनिधि) 24 नवंबर को ग्लोबल बंजारा अस्तित्व फाउंडेशन की ओर से चालिसगांव बस स्टैंड और आसपास के क्षेत्रों में स्कूली और कॉलेज के छात्रों के साथ वरिष्ठ नागरिकों को भारत के संविधान की उद्देशिका वितरित की गई।
इस पहल का उद्देश्य 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान को अंगीकृत और स्वीकार किए जाने के महत्व को समझाना था। इसी संविधान ने देश के सभी नागरिकों को समान अधिकार और स्वतंत्रता प्रदान की, और समाज में व्याप्त गरीब-धनी के भेदभाव को खत्म कर सभी को समानता का दर्जा दिया।
फाउंडेशन के अध्यक्ष अशोक राठौड़ ने इस अवसर पर संविधान दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज की लोकतांत्रिक व्यवस्था खतरे में है, और इसे बचाने की जिम्मेदारी हम सभी की है। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवा देश का भविष्य हैं और उन्हें संविधान का अध्ययन कर अपने कर्तव्यों को जिम्मेदारी के साथ निभाना चाहिए।
संविधान का अध्ययन और उसका पालन करना हर भारतीय की जिम्मेदारी है। लोकतंत्र को कमजोर होने से बचाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। इस पहल को सफल बनाने में फाउंडेशन की उपाध्यक्ष आरती महाले ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
संविधान संवर्धन के इस अनोखे और प्रेरणादायक प्रयास की हर जगह सराहना हो रही है।
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