कुम्हार जाति को अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल किये जाने उठी मांगे
कुम्हार जाति को अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल किये जाने उठी मांगे
कुम्हार जाति को म.प्र. के छतरपुर, दतिया, पन्ना, टीकमगढ़, सतना, रीवा, सीधी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर और सिंगरौली जिलों में अनुसूचित जाति में शामिल कर लिया गया हैं। मण्डला और डिण्डौरी जिले में निवासरत कुम्हार जाति को शामिल नहीं किया गया है। जबकी मण्डला और डिण्डौरी में निवासरत कुम्हार जाति की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति बहुत ही कमजोर है। अनुसूचित जाति का आरक्षण न मिलने के कारण शिक्षा एवं रोजगार व शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता जिससे इनका जीवन स्तर निम्न है। मण्डला और डिण्डौरी के कुम्हार जाति के लोगों की आर्थिक स्थिति उपरोक्त जिलों में निवासरत कुम्हार समाज के लोगों से बद से बदतर है। चूंकि मण्डला एवं डिण्डौरी जनजातीय क्षेत्र है।
अतः मण्डला डिण्डौरी में निवासरत कुम्हार जाति को भी उपरोक्त जिलों के सांथ सांथ अनुसूचित जाति में शामिल किया जावे। ताकि इनके जीवन स्तर में भी अन्य जिलों की कुम्हार जाति की तरह लाभ मिल सके।जिसके चलते विगत कुछ दिनों पहले 27/07/2024 को नैनपुर नगर (रेलवे मंगल भवन) में हुए राजा दक्ष प्रजापति जी के जन्मोत्सव कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि संपतिया उइके (कैबिनेट मंत्री मध्यप्रदेश) शासन,फग्गन सिंह कुलस्ते (सांसद लोकसभा क्षेत्र मंडला),देव सिंह सैयाम (पूर्व विधायक,विधानसभा क्षेत्र मंडला), चैन सिंह बरकड़े(विधायक,विधानसभा क्षेत्र निवास), नारायण सिंह पट्टा(विधायक,विधानसभा क्षेत्र बिछिया) भी उपस्थित रहे जिनकी उपस्तिथि में कुम्हार समाज के व्यक्ति मंगलेश चक्रवर्ती जी के द्वारा प्रस्ताव रखा और सभी सामाजिक बंधुओ ने प्रस्ताव को पारित किया और श्रीमती संपतिया उइके जी जो की कैबिनेट मंत्री है,को एवं मुख्यमंत्री के नाम 07 सूत्रीय मांगो को लेकर खुश ज्ञापन सौंपा गया जिसमे नैनपुर में कुम्हार समाज का भवन नैनपुर में निर्माण कार्य करने माननीय कैबिनेट मंत्री जी के द्वारा कुम्हार समाज को अस्वशन दिया गया।
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