सही अर्थों में मानव को मानव बनने के लिए प्रभु श्री राम जैसा चरित्र अपनाना होगा,श्री हरिकृष्ण मुखिया जी
बुरहानपुर के लालबाग मार्ग स्थित होटल संस्कार मैरिज गार्डन में पाटीदार परिवार की और से आयोजित श्रीमद संगीतमय भागवत सप्ताह के चौथे दिन सोमवार को भागवत भूषण श्री हरिकृष्ण मुखियाजी ने बताया कि मानव स्वरूप धारण करने से कोई मानव नहीं बन जाता हम मानव जरूर है लेकिन हमें मानवता नहीं है सही अर्थों में मानव को मानव बनने के लिए प्रभु श्री राम जैसा चरित्र अपनाना होगा क्योंकि रावण को केवल मानव के हाथों ही मरना था इसलिए प्रभु श्री राम ने मानव स्वरूप धारण कर रावण का वदकिया एक आदर्श भाई एक आदर्श मित्र एक आदर्श सेवक एक आदर्श पति बनकर हम वर्तमान में रावण का वद कर सकते हैं
वही मुखिया जी ने बताया आज का व्यक्ति डॉक्टर वकील अभिनेता नेता बन गया है लेकिन मानव नहीं बन सका जब तक हम मानव नहीं बन सकते आंसू री शक्तियों का सामना नहीं कर सकते.
वही दूसरी और भागवत के चौथे दिन कथा में वामन अवतार श्री राम जन्म की कथा एवं नंद महोत्सव मनोरथ का लाभ सभी भक्तों ने लिया छोटे से नन्हे बालक को टोकरी में बिठाकर वासुदेव जी भागवत जी तक पधारे थे जहां पर लड्डू चॉकलेट खेल खिलौने पेंड्रा बर्फी लूट कर सभी भक्तों ने नंद गैर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की नृत्य के साथ आनंद लिया इस दौरान कथा यजमान रमेश पाटीदार, राजाराम पाटीदार सहित मोजुद भक्त नंद के घर आनंद भयो भजन पर जमकर नाचे
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