ना बैंड ना बाजा पारंपरिक वेशभूषा में आदिवासी नृत्य कर बारातियों का स्वागत।
ना बैंड ना बाजा पारंपरिक वेशभूषा में आदिवासी नृत्य कर बारातियों का स्वागत।
एक और आज के इस आधुनिक युग में लोग डीजे बैंड आदि का उपयोग बारात में करते हैं, किंतु आज भी
बुरहानपुर जिले के ग्राम घागरला में आदिवासी पारंपरिक वेशभूषा में आदिवासी नृत्य कर बारातियों का स्वागत किया जाता है,
वही ग्राम के किशन धांडे ने बताया की डीजे पर प्रतिबंध होने के बाद गांव में सार्वजनिक रूप से बैठक लेकर शादी में डीजे न बजाने की शपथ ली गई थी,एवं अपनी पारंपरिक रीति रिवाज के अनुसार ही बारात में आदिवासी नृत्य कर बारातियों का स्वागत किया जाएगा।
उसी परंपरा को निभाते हुए आदिवासीयो द्वारा बारात में आदिवासी पारंपरिक वेशभूषा के साथ बारातियों का स्वागत करते नजर आए।
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