ग्राम सोनूद में श्रीमदभागवत कथा का हुआ आयोजन, हजारों की संख्या पहुंचे श्रद्धालु
बुरहानपुर जिले के नेपानगर के अंतर्गत ग्राम सोनुद में श्रीमद् भागवत कथा के अनुसार, परम पूज्य संत श्री राधे चैतन्य जी महाराज, ने कहा कि अगर सेवा करनी है तो मां-बाप की सेवा कीजिए, दुनिया की मोह माया में मत पढ़िए ,संतो के शरण में जाइए सत्संग कीजिए ,मां-बाप की सेवा कीजिए ,जो व्यक्ति मां-बाप की सेवा नहीं कर सकता, वह सत्संग भी नहीं कर सकता, मां-बाप को दुख देकर जीवन में वह कभी सुख प्राप्ति नहीं कर सकता, लाखों , करोड़ों रुपए, धन, दौलत, गाड़ी ,बंगला सब कुछ होने के बाद भी अगर मां-बाप की सेवा नहीं कर पाया तो वह सब बेकार है, चाहे लाख कमाए धन दौलत ये बंगला गाड़ी कमाई, जब मां-बाप ही नहीं खुश तेरे यह दौलत किस काम आएगी यह लाख नहीं सब खाक है, जिसने मां बाप को दुख देखकर अपने बीवी बच्चों में खुश है वह कभी खुश नहीं रह सकता, बच्चों का प्रथम गुरु होता है अपने मां-बाप और गुरु को छोड़ना नहीं चाहिए, गुरु भगवान समान होते हैं इसके पश्चात श्रीमद् भागवत कथा के माध्यम से रुक्मणी और कृष्णा जी भगवान का विवाह हुआ भागवत कथा व्यासपीठ के माध्यम से सभी भक्तजन विवाह की शुभकामनाएं दी, सभी भक्तों लोग झूम-झूम कर नाचने लगे
नेपानगर से किशोर राठौड़ की रिपोर्ट
राष्ट्रीय न्यूज चैनल
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