नगर पालिका के एक संयुक्त दल ने पिछले दिनों नेपा मिल से निकलने वाले प्रदूषित जल को लेकर निरीक्षण किया। इसके बाद पंचनामा बनाया गया।
नगर पालिका के एक संयुक्त दल ने पिछले दिनों नेपा मिल से निकलने वाले प्रदूषित जल को लेकर निरीक्षण किया। इसके बाद पंचनामा बनाया गया।
मसक नदी से ताप्ती में मिल रहा नेपा मिल के प्लांट का प्रदूषित पानी, सीएमओ को पंचनामा बनाकर सौंपा।
पहले भी नेपानगर मिल को दिया था पत्र
दरअसल नगर के वार्ड नंबर 13 के पास स्थित नेपा मिल के ईटी प्लांट में प्रदूषित जल का ट्रीटमेंट किया जाता है। इस संयंत्र से एक जल धारा निकलकर मसक नदी में मिल रही है। इस मसक नदी का जल ताप्ती नदी में मिलने से ताप्ती नदी का पानी प्रदूषित हो रहा है।
साथ ही ईटी प्लांट का पानी भी रोड पर बह रहा है, जिससे आमजन को भी परेशानी हो रही है। गौरतलब है कि करीब 34.35 करोड़ रुपए की पेयजल परियोजना चालू होने वाली है। लेकिन इसी तरह प्रदूषित पानी ताप्ती नदी में मिलता रहा तो योजना चालू नहीं हो पाएगी। नपा के संयुक्त दल ने पंचनामा बनाकर सीएमओ नगर पालिका को सौंपा है। टीम में सहायक अधीक्षक सुनील वाणी, उपयंत्री राजू गणेश कामले, विजय सिंह कुश्वाह, प्रकाश बड़वाहे, सुनील वैष्णव शामिल थे। इसके बाद सीएमओ की ओर से एक पत्र अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को लिखा गया है। मुख्य अभियंता ने भी की थी मुलाकात
पिछले दिनों नगरीय प्रशासन विकास विभाग के मप्र के अभियंता आनंद प्रकाश सिंह नेपानगर आए थे। उन्होंने भी नेपा मिल के ईटी प्लांट से निकलने वाले दूषित पानी को लेकर चिंता जताई थी और खुद भी नेपा मिल के अफसरों से मुलाकात करने पहुंचे थे। इसके साथ ही नपा सीएमओ को ताकीद की गई थी कि वह नेपा मिल को पत्र लिखें। तब एक बार सीएमओ ने नेपा मिल अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक को पत्र लिखा था। इसके बाद अब कार्रवाई के लिए एक पत्र एसडीएम को लिखा गया है।
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