ओशो का ध्यान शिविर, देश के नाम चीन आचार्य होंगे शामिल
ओशो बुरहानपुर में
बुरहानपुर पहुचे ओशो के भाई डॉक्टर शैलेंद्र सरस्वती,जो 3 दिवसीय मेडिटेशन और मोटिवेशनल शिविर कराएंगे,उन्होंने प्रेसवार्ता को भी सम्बोधित किया।
बुरहानपुर पहुचे ओशो रजनीश के भाई ने कहा कि ओशो को धीमा जहर देने की बात आज भी संदेहास्पद,ओशो को क्या धीमा जहर दिया गया था यह बात आज भी संदेहास्पद है, यह एक प्रकार का अनुमान है,इसका कोई प्रमाण नहीं हो सकता, क्योंकि जो रेडिएशन पाइजनिंग होती है। कुछ केमिकल को बाद में पता कर सकते हैं, लेकिन रेडिएशन ऐसी चीज है जो उस क्षण रहती है, लेकिन फिर प्रभाव नहीं रहता,
विशेषज्ञों का ऐसा अनुमान है मैं अपनी तरफ से नहीं कह रहा हूं। 12 दिन ओशो को जेल में रखा गया, जहां उन्हें सुलाया गया था वहां तकिए के नीचे रेडियो एक्टिव मटेरियल रखा था। वह एक ही करवट सोते थे, जिससे एक तरफ के अंग में दर्द होता था,ओशो के दाहिने, कान, कंधे में दर्द रहता था। जबड़े में दर्द रहता था। इन सबसे अनुमान लगाया गया कि तकिए के नीचे रेडियो एक्टिव मटैरियल रखा गया, प्रमाण बाद में कुछ नहीं मिले,यह विशेषज्ञों का ही अनुमान है।
आनंद चौकसे,शिक्षाविद।
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