"स्वस्थ मन -स्वस्थ तन "के द्वितीय चरण को लेकर जिला चिकित्सालय बुरहानपुर में द्वितीय चरण के संबंधित विषयों के ऊपर संबंधित विषयों के विशेषज्ञ एवं नर्सिंग ऑफिसर तथा कार्यकर्ताओं और मानसिक विकार से ग्रस्त मरीजों के रिश्तेदार को लेकर मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया
आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत 5 चरणों में चलाए जाने वाले अभियान "स्वस्थ मन -स्वस्थ तन "के द्वितीय चरण को लेकर जिला चिकित्सालय बुरहानपुर में द्वितीय चरण के संबंधित विषयों के ऊपर संबंधित विषयों के विशेषज्ञ एवं नर्सिंग ऑफिसर तथा कार्यकर्ताओं और मानसिक विकार से ग्रस्त मरीजों के रिश्तेदार को लेकर मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया इस कार्यशाला में द्वितीय चरण में महिला एवं बच्चों को होने वाले मानसिक विकारों के बारे में शिशु रोग विशेषज्ञ एवं आरएमओ डॉ गौर के द्वारा बच्चों में होने वाले मानसिक विकार एवं डॉ वंदना चौकसे मैम स्त्री रोग विशेषज्ञ के द्वारा महिलाओं में होने वाले मानसिक विकार जैसे तनाव डिप्रेशन एवं पोस्टमार्टम स्ट्रेस डिसऑर्डर के बारे में जानकारी देना' उपचार करना एवं बचाव के बारे में बताया गया !इसके साथ ही मन कक्ष प्रभारी मेडिकल ऑफिसर एवं नोडल अधिकारी डॉक्टर देवेंद्र के द्वारा मानसिक विकारों के बारे में जानकारी एवं टेली मानस सेवाओं के बारे में बताया गया साथ ही मन कक्ष प्रभारी एवं सीनियर नर्सिंग ऑफीसर श्रीमती सीमा डेविड के द्वारा घरेलू हिंसा एवं पीर प्रेशर के बारे में उपस्थित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को जानकारी दी गई! कार्यक्रम का उद्देश्य "स्वस्थ मन स्वस्थ -तन "अभियान के महत्व को बताने के साथ-साथ "स्वस्थ मन -स्वस्थ तन" अभियान को जनमानस पर पहुंचाने में कार्यकर्ताओं की भूमिका को बताना था मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशाला में जिला चिकित्सालय बुरहानपुर के आरएमओ डॉक्टर गौर सर ,'स्त्री रोग विशेषज्ञ श्रीमती वंदना चौकसे मैम, मनकक्ष प्रभारी एवं नोडल ऑफिसर देवेंद्र सर एवं मन कक्ष प्रभारी श्रीमती सीमा डेविड नर्सिंग ऑफिसर के साथ बड़ी संख्या में नर्सिंग ऑफिसर स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं मानसिक विकार से ग्रस्त मरीज के रिश्तेदार उपस्थित रहे
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