पुलिस महानिदेशक महोदय के निर्देश पर जिले में आयोजित की गई CPR ट्रेनिंग। विशेषज्ञों द्वारा डेमो देकर CPR देने का सही तरीका एवं बरती जाने वाली सावधानियां बताई गई
//बुरहानपुर पुलिस//
पुलिस महानिदेशक महोदय के निर्देश पर जिले में आयोजित की गई CPR ट्रेनिंग। विशेषज्ञों द्वारा डेमो देकर CPR देने का सही तरीका एवं बरती जाने वाली सावधानियां बताई गई।
जिले के करीबन 400 पुलिसकर्मियों ने कार्डिएक अरेस्ट की हेल्थ इमरजेंसी के वक्त दी जाने वाली CPR की इस महत्वपूर्ण ट्रेनिंग में भाग लिया।
मध्यप्रदेश पुलिस महानिदेशक महोदय श्री सुधीर सक्सेना के निर्देश पर आज मध्यप्रदेश के सभी जिलों में विशेषज्ञों द्वारा पुलिसकर्मियों को हृदय गति या सांस रुक जाने पर दी जाने वाली CPR (कार्डियो पल्मोनरी रिसस्सीटेशन) की ट्रेनिंग दी गई। बुरहानपुर में पुलिस अधीक्षक श्री राहुल कुमार लोढ़ा के मार्गदर्शन में रेणुका पुलिस लाइन सहित देहात के सभी थानो में यह महत्वपूर्ण ट्रेनिंग दी गई। जिले में कुल 400 पुलिसकर्मियों ने इस ट्रेनिंग में हिस्सा लिया। विशेषज्ञों द्वारा डेमो देकर बताया गया कि CPR कैसे दी जानी चाहिए। क्या -क्या सावधानियां रखी जानी चाहिए ताकि स्वास्थ्य आपातकाल के समय पुलिसकर्मियों द्वारा सही तरीके से CPR दी जा सकें। पिछले कुछ वर्षो में देश में हृदयघात यानी हार्टअटैक के मामले बहुत अधिक बढ़े है। सीपीआर का फुल फॉर्म कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन Cardiopulmonary resuscitation (CPR) है। *यह इमरजेंसी मेडिकल टेक्निक है जिसके जरिए किसी व्यक्ति की सांस या दिल के रुक जाने पर उसकी जान बचाई जा सकती है।* जब किसी व्यक्ति का दिल धड़कना बंद कर देता है, तो उसे कार्डिएक अरेस्ट होता है। कार्डिएक अरेस्ट के दौरान, हृदय मस्तिष्क और फेफड़ों सहित शरीर के बाकी हिस्सों में खून पंप नहीं कर सकता । उपचार के बिना मिनटों में व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है। *सीपीआर में मरीज की छाती पर दबाव बनाया जाता है जिससे ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।*
CPR देकर व्यक्ति की धड़कने चालू रखी जा सकती है जिससे पीड़ित को हॉस्पिटल ले जाने तक के लिए जरूरी समय मिल जाता है।
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