श्री शिव महापुराण कथा-ब्रघ्नपुर की बहनें अपना स्नेह लूटा रही है भक्तजनों पर... ब्रघ्नपुर के गांव व नगर के 10 हजार परिवारों से भक्तों के लिए आएंगी रोटियां
बूरहानपुर। 3 फरवरी से 9 फरवरी 2023 तक ब्रघ्नपुर में पंडित प्रदीप मिश्रा जी के मुखारविंद से आयोजित होेने वाली श्री शिव महापुराण कथा के दौरान लगभग बुरहानपुर नगर के 9 वार्डों, शाहपुर नगर के वार्डों सहित 17 गांवों के 10 हजार परिवारों द्वारा भोजनशाला को रोटियां देने का संकल्प लिया गया है। निश्चित रूप से यह हमारी सनातन संस्कृति में निहित सामाजिक समरसता का अनूठा उदाहरण सिद्ध होगा, जहां 10 हजार से अधिक परिवार कथा में आने वाले श्रद्धालुओं हेतु रोटियां देकर कथा में अपनी सहभागिता देंगे। इन परिवारों से रोटियां संकलन कर उन्हें भोजनशाला तक पहुँचाने हेतु कार्यकर्ताओं को दायित्व दिए गए हैं जिससे अविलंब भोजन प्रसाद वितरण का कार्य किया जाएगा। इस प्रकार के अभिनव प्रयास से जन-जन का कार्यक्रम से जुड़ाव हो रहा है।
यह बात श्री शिव महापुराण कथा समिति संयोजक एवं पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने कही। श्रीमती चिटनिस ने बताया कि श्री शिव महाराण कथा समिति द्वारा पूर्ण तैयारी कर ली गई है। साथ ही समिति द्वारा रोटी बनाकर देने वाले परिवारों को सफेद, बिना कलफ, बिना कैमिकल, बिना रंग व नगर सूती एक मीटर का कपड़ा एवं बांधने हेतु रस्सी भी दी गई। जिसमें परिवारों द्वारा रोटियां भेजी जाएंगी।
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने रोटी बनाने वालें परिवारों एवं रोटी संग्रह करने वाली समिति के साथ बैठक की। श्रीमती चिटनिस ने किस प्रकार रोटी संग्रहण करना है उसकी प्रस्तुतिकरण देकर बताया। उन्होंने बताया कि यह कार्य रोटी बनाने से प्रारंभ होगा, जो रोटी बनाने वाले से संग्रहणकर्ता एकत्रित करेगा फिर से गांव-गांव से रोटी संग्रहणकर्ता भोजनशाला तक लेकर आएंगा। फिर इसे एकत्रित कर श्रद्धालुओं को परोसी जाएंगी। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि कहते है दाने-दाने पर लिखा है खाने वाले का नाम। लेकिन हम कह सकते है कि रोटी पर ना बनाने वाले का नाम और ना ही खाने वाले का नाम....। बुरहानपुर की बहने अपने स्नेह लूटा रही है भक्जनों पर।
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि रोटियों को किसी भी अखबार में न बांधे। सर्वप्रथम समिति द्वारा जो कपड़ा दिया गया है उसमें बांधे तत्पश्चात घर के कपड़े में बांध फिर इसे किसी बॉक्स या कागज में बांधकर रोटी संग्रहणकर्ता को दिए जाने की बात कही। जिससे रोटी नरम और गरम रहेगी। साथ ही इस पर परिवार का नाम, गांव का नाम एवं मोबाईल नंबर लिखकर देना है। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि विचार परिवार में यह एक सामान्य पद्धति है। उन्होंने कहा कि माली समाज, प्रजापति समाज, मराठा समाज, बारी समाज सहित अनेकों समाजों में इस प्रकार से रोटी एवं भोजन देने की परंपरा है।
*इन स्थानों से आएंगी रोटियां*
समिति के प्रभाकर चौधरी ने बताया कि बुरहानपुर नगर के सिंधीबस्ती, दत्तात्रय नगर, शिकारपुरा, लालबाग एवं शाहपुर नगर सहित ग्राम पातोंडा, बिरोदा, लोनी, सिरसौदा, नाचनखेड़ा, ईच्छापुर, बंभाड़ा, बोरसल, दर्यापुर, फोफनार, संग्रामपुर, बोरगांवखुर्द, बसाड़, भावसा एवं निंबोला सहित इत्यादि स्थानों के परिवारों द्वारा रोटी बनाकर भेजी जाएंगी।
बैठक में बुरहानपुर नगर निगमाध्यक्ष श्रीमती अनिता यादव, दिलीप इंगले, कोकिला सोनवणे, विरेंद्र तिवारी, गोपाल चौधरी, संभाजीराव सगरे, वामन माली, गणेश महाजन, शांतिलाल पाटिल, नीतिन महाजन, देवानंद पाटील, विजय शेवाडे़, आदिनाथ सपकाले, योगेश महाजन, रूपेश लिहनकर, महेंद्र चौधरी, नामदेव महाजन, बाजीराव चौधरी, विजय सपकाले, दिनकर महाजन, ईश्वर महाजन, सुरेश नवलखे, धनराज महाजन, श्रावण चौधरी, रविंद्र चौधरी, मनोज महाजन, रमेश नवलखे, रामकिशन पटेल, गणेश मानकर, रोहित जलोदकर, गणेश रामकृष्ण, ज्योती मोरे, माधुरी निमाड़कर एवं सरला बाई नेहते सहित अन्य शिवभक्त उपस्थित रहे।
कोई टिप्पणी नहीं