कोरोना काल में बरसा गए थे जिन पर फूल अब सरकार गई उनकी सेवाओं को भूल
कोरोणा काल में सरकार ने जिन स्वास्थ्य कर्मचारियों अधिकारियों पर फूल बरसाए जिन्हें कोरोना योद्धा मानकर विभिन्न मंचों के माध्यम से सम्मानित किया गया अभिनंदन किया sगया जान जोखिम में डालकर कोरोना काल में की गई ड्यूटी को मानवता का कि सच्ची एवं अविस्मरणीय सेवा कहा था वही स्वास्थ्य कर्मचारी आज अपनी मांगों और समस्याओं को लेकर दरबदर मारे मारे फिर रहे मजबुरी में आंदोलन की राह पर है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है यही कारण है कि अपनी 41 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी अधिकारी महासंघ के बैनर तले आज हजारों की संख्या में स्वास्थ्य कर्मी प्रदर्शन के लिए एकत्रित हुए हैं माननीय मुख्यमंत्री से निवेदन कर रहे हैं माननीय मुख्यमंत्री जी आप ने 2018 में कहा था कि सभी को नियमित किया जाएगा एवं आप की अन्य मांगों को भी अन्य राज्यों की भांति पूरा किया जाएगा लाभ दिया जाएगा लेकिन आज दिनांक तक भी संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को नियमित नहीं किया गया ना उन की किसी प्रकार की मांग पूरी हुई अगर इसी प्रकार असहयोग सरकार की ओर से रहा तो कलम बन काम बंद हड़ताल की जाएगी कर्मचारी संघ द्वारा अनेक बार कर्मचारियों की समस्या संबंध में पत्र व्यवहार भी किया लेकिन आज दिनांक तक किसी भी प्रकार की समस्याओं का हल नहीं हुआ ना विभाग ने भी आज तक हमारी कोई मांगों को पूरा किया सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने के कारण कर्मचारी अधिकारियों में असंतोष की भावना है प्रदेश अध्यक्ष जिला संयोजक संयुक्त मोर्चा एवं कार्यकारी अध्यक्ष राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संघ के ठाकुर संतोष सिंह दीक्षित जिला अध्यक्ष संजय सिंह गहलोत राजेश सावकारे राजेश साल्वे जितेंद्र शर्मा डॉ अशफाक खान अरविंद सिंह ठाकुर शांताराम निंबोरकर हेमंत सिंह बैंस संदीप सिंह ठाकुर आदि ने मांग की है कि सरकार तुरंत कर्मचारियों की समस्या को दूर कर उनकी असंतोष को दूर करने का कष्ट करें
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