देश भक्ती का जज्बा जहन में हो तब सारी तकलीफे छोटी नजर आती है,देश सेवा कर अपनी कर्म भूमि लौटे अखिलेश शुक्ला
बुरहानपुर:-मिलिट्री की नोकरी और कुल्हाड़ी से पहाड़ की कटाई एक जैसा परिश्रम रहता था। देश भक्ती का जज्बा जहन में हो तब सारी तकलीफे छोटी नजर आती है। अखिलेश शुक्ला मिलिट्री की नोकरी करते हुए आतंकवाद से जूझते जम्मू कश्मीर में रहे तो,। अलगाववाद की समस्या से जूझ रहें पंजाब में देश विरोधियों से मुकाबला करते रहें तो नक्सलवाद से निपटने के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में, 36वर्षो तक अपनी सेवा देते हुए आज देश भक्ती की जमीन को छोड़कर कर्मभूमि पर कदम रखे यहां इनका स्वागत मेडिकल एसोसिएशन से नीरज कक्कड़, जन प्रतिनिधी रुद्रेश्वर एंडोले, इंटक यूनियन से चंद्रहास शिंदे लालबाग क्षेत्र से वीरेंद्र चौकसे, शैलेंद्र डीडवल, अंकू चोकसे, कैलाश हरने, विक्की चौकसे, नदीश बारंगे, प्रवीण बागुल, बिजली भाई, सुनिल तोसरे,सहित परिवार से मोहिनी शुक्ला, सीमा शुक्ला, प्रतिभा शुक्ला, आशीष शुक्ला (पार्षद) पार्थ शुक्ला, ओमी शुक्ला सहित उपस्थित शुभ चिंतकों ने पुष्प माला पहना स्वागत कर बैंड बाजे से रेल्वे स्टेशन से घर तक आगमन यात्रा निकालकर स्वागत किया।
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