क्या “महाकाल लोक योजना ” के कार्यों में कोई भ्रष्टाचार हुआ है?-नरेंद्र सलूजा कांग्रेस प्रवक्तामहाकाल लोक में 100 करोड़ का भ्रष्टाचार प्रधानमंत्री के आगमन के पूर्व भ्रष्टाचार के सबूतों पर लीपापोती करने में जुटे भ्रष्टाचारी
Ujjain: 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर प्रशासनिक स्तर से लेकर राज्य सरकार तक तैयारियों में जुटी हुई है। खुद प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान पीएम के दौरे के पूर्व की तैयारियों का जायजा ले चुके हैं। प्रशासनिक स्तर से लेकर सरकार स्तर पर यह प्रयास किए जा रहे हैं कि महाकाल लोक के उद्घाटन के पूर्व किसी प्रकार की कोई कमी ना रह जाए, लेकिन यह तथ्य बेहद चौंकाने वाला है कि तमाम प्रयासों के बावजूद भी भ्रष्टाचार के निशान सामने मुंह बाहे खड़े हुए हैं। कहा जा रहा है कि 700 करोड़ के मृदा प्रोजेक्ट में 100 करोड़ का बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है और भ्रष्टाचार की यह मलाई यहां से लेकर राजधानी तक बांटी गई है।
दरअसल, स्मार्ट सिटी द्वारा मृदा प्रोजेक्ट फेज 1 के लिए लगभग 600 करोड़ का फंड जारी किया गया है लेकिन इस पूरे प्रोजेक्ट में एक नहीं बल्कि दर्जनों स्थानों पर जो काम किया गया है वह टेंडर के ठीक विरूद्ध किया गया है। चाहे वह मूर्तियों के निर्माण का काम हो या दीवारों पर उकेरे गए संस्कृत श्लोकों का। हर जगह खुलकर भ्रष्टाचार किया गया है। 900 मीटर लंबे इस कॉरिडोर प्रोजेक्ट में 190 मूर्तियां बनाई गई हैं। टेंडर के मुताबिक इन मूर्तियों का निर्माण फायबर ग्लास एवं कांक्रीट से होना था किंतु मूर्तियों का निर्माण प्लास्टिक फायबर से किया गया। इसी प्रकार दीवारों पर उकेरी गई मूर्तियां जिस गहराई से बनाई जानी थी उनमें भी भ्रष्टाचार की छेनी चला दी गई। यहां भी बदमाशी पूर्वक मूर्तियों को उस तरीके से नहीं बनाया गया था जैसी की टेंडर में उल्लेखित था। कमोबेश यही स्थिति संस्कृत में लिखे श्लोकों की भी हुई।
rashtriya news

कोई टिप्पणी नहीं