पेंशन के लिए प्रदर्शन कर रहे टीचर्स पर पुलिस ने भांजी लाठियां।
खंडवा/आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के प्रांत व्यापी आह्वान पर तिरंगा झंडा एवं ध्वज लेकर मुख्यमंत्री निवास की ओर कूच कर रहे 30 हजार की संख्या में शिक्षक भोपाल की ओर कुछ किए कई अध्यापकों शिक्षकों को भोपाल की सीमा टोल नाके पर ही रोक दिया गया जिनकी संख्या लगभग 40000 थी कई महिला शिक्षिका बच्चों को लेकर दिनभर भटकती रही लेकिन प्रशासन ने शांतिपूर्ण तरीके से बात रखने के लिए जगह उपलब्ध नहीं कराई मजबूरन सुखी सेवनिया विदिषा बायपास में बरसते पानी में भीगते हुए शिक्षकों ने अपनी बात रखना चाही चाही। पड़ोस में राम जानकी मंदिर से ध्वज तक लाने में मशक्कत करनी पड़ी अध्यापक शिक्षकों की मांगों के निराकरण की बात तो दूर उल्टा शासन प्रशासन द्वारा हड़ताली शिक्षकों पर क्रूरता की पराकाष्ठा पार कर दी महिला शिक्षकों पर लाठीचार्ज किया गया शासन से शांतिपूर्ण तरीके से अध्यापक शिक्षकों की प्रमुख मांग पुरानी पेंशन बहाली सहित अन्य मांगों जैसे क्रमोन्नत समयमान वेतन के आदेश अनुकंपा नियुक्ति के नियमों में शिथिलता गुरु जी ओ को नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता का लाभ दिए जाने छठे वेतनमान की विसंगति में सुधार सहित अन्य लंबित एवं न्यायोचित मांगों समस्याओं के निराकरण हेतु कई बार ज्ञापन के माध्यम से उच्च अधिकारियों जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया जा चुका है, तीन जगह की अनुमति हेतु आवेदन देने के बाद भी अनुमति नहीं दी गई अध्यापक शिक्षकों की लंबित समस्याओं को सुनने को प्रदेश के मुखिया के पास समय नहीं है ऐसी स्थिति में प्रदेशभर का अध्यापक शिक्षक अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है अंततः आंदोलन का रास्ता तैयार करना पड़ा प्रांत अध्यक्ष भरत पटेल ने चेतावनी भरे लहजे में अवगत कराया कि जब तक शिक्षकों की समस्याओं का निराकरण नहीं हो जाता राजधानी में ही रह कर हजारों की संख्या में अध्यापक शिक्षा गुरुजी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखेंगे जो शिक्षक जिले ब्लॉक में है वहीं पर हड़ताल जारी रखेंगे ऐसा प्रतीत होता है कि वर्तमान सरकार ने कसम खा रखी है कि अध्यापकों शिक्षकों की पीड़ा को किसी भी हालत में नहीं सुनना है । पेंशन लेने आए शिक्षकों पर लाठी चार्ज कर जो अमान्य व्यवहार किया है उसका आजाद अध्यापक शिक्षक संघ कड़ा विरोध करता है और इसी तारतम्य में आज पार्वती बाई धर्मशाला मैं एक रैली का आयोजन किया गया जो की प्रांतीय उपाध्यक्ष श्री नितिन पाटिल एवं श्री सत्यनारायण चौहान जी केसानिध्य में संपन्न हुई।
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