बुरहानपुर, मोहर्रम की शुरुआत होते ही गम- ए- हुसैन आम हो जाता है, और सभी गम में लीन होकर 10 दिन तक कर्बला की सर जमी पर हुए मौलाना हुसैन पर जुल्म सितम को याद करते ह।
जानकारी देते हुए स्वर्णकार समाज के पूर्व अध्यक्ष रमेश वेंकट विनचुरकर ने बताया कि बुरहानपुर से सामाजिक कार्यकर्ता व प्रदेश सचिव तसनीम मर्चेंट सहित जा़हरा ग्रुप की आठ महिलाएं कर्बला में दस दिवस तक के मौलाना हुसैन की शहादत का गम मनाने के लिए पंजाब मेल से मुंबई के लिए रुखसत हुए। मुंबई से रात 2:00 बजे कर्बला के लिए फ्लाइट ली। धार्मिक विदेश यात्रा को विदाई देने हेतु जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री श्री शैली कीर, श्री मु. तफज्जुल हुसैन मुलायमवाला, विलास नीतूकेड़े, शेख़ मोइज़ हुसैन फिदवी, मुर्तुजा मन्नान, श्रीमती हरप्रीत कीर, योगिता भाई विलास नीतूकेड़े, डॉ. जियासबिर, मुफज्जल बेकरी वाला अब्बास सौदागर इस्माइल शेख़, मोहम्मद मर्चेंट आदि ने मिठाई एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर रवाना किया।
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