17 दिसंबर 1928 को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने एडिशनल एसपी सांडर्स को गोली मारकर उसका वध कर लाला लाजपत राय की मौत का बदला लिया
दिल्ली /डी.ए.वी.( दयानंद एंग्लो वैदिक) कॉलेज लाहौर अमरशहीद भगत सिंह और उनके साथियों की क्रांतिकारी गतिविधियों का प्रमुख गढ़ था और इसी कॉलेज के सामने ही 17 दिसंबर 1928 को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने एडिशनल एसपी सांडर्स को गोली मारकर उसका वध कर लाला लाजपत राय की मौत का बदला लिया था और ब्रिटिश हुकूमत को दहला दिया था. क्या आप उस शानदार कॉलेज को आज की स्थिति में देखना चाहेंगे.
सन 1947 में देश की आजादी के बाद डी ए वी कॉलेज लाहौर तो अंबाला( भारत ) में शिफ्ट हो गया और डीएवी कॉलेज की सिविल लाइंस लाहौर स्थित उस बिल्डिंग मे गवर्नमेंट इस्लामिया कॉलेज लाहौर नामक एक सरकारी कॉलेज लगने लगा. सन 1972 में जुल्फिकार अली भुट्टो के शासनकाल में इस कॉलेज का राष्ट्रीयकरण किया गया था. अब इस कॉलेज को शिक्षा मंत्रालय (उच्च विंग), पंजाब सरकार,पाकिस्तान द्वारा चलाया जाता है...
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