अजाक्स संघ द्वारा 20 फरवरी को तहसील कार्यालय के बाहर दिया गया धरना।
बुरहानपुर /मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ जिला बुरहानपुर द्वारा जिला अध्यक्ष सतीश दामोदरे के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना तहसील कार्यालय के बाहर देकर तहसीलदार महोदय के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के नाम ज्ञापन देकर निवेदन किया है कि संघ की निम्नलिखित मांगों का शीघ्र निराकरण कराया जाए जिसमें प्रमुख मांगे
* पदोन्नति में आरक्षण जारी रखा जाए माननीय सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता श्री मनोज गोरकेला द्वारा बनाए गए ड्राफ्ट को यथावत लागू किया जाए ।
* बैकलॉग पदों की पूर्ति शीघ्र की जाए लाखों युवा बेरोजगार है और आपके द्वारा किए गए वादे को पूरा किया जाए।
* आउटसोर्सिंग जैसी भर्तियों को बंद कर नियमित भर्तियां की जाए ।
* कोटवारों का मानदेय बढ़ाया जाए ।
*नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायत के सफाई कर्मचारियों को शीघ्र स्थाई किया जाए ।
*अनुसूचित जाति जनजाति छात्रावासों में शत-प्रतिशत छात्रों को प्रवेश दिए जाएं एवं छात्रों को पूर्ण छात्रवृत्ति समय पर प्रदान की जाए ।
* वन अधिकार पट्टा शीघ्र दिया जाए।
* रोजगार गारंटी के तहत मजदूरों को दी जा रही दैनिक मजदूरी को बढ़ाया जाए।
संघ द्वारा मांगों को शीघ्र निराकरण हेतू निवेदन किया है जो कि पूर्व में कई बार सत्ता पक्ष के नेताओं ने आश्वस्त किया था कि इन समस्याओं का निराकरण कर्मचारी हित में एवं अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के लिए किया जाना उचित होगा और शीघ्र निराकरण किया जाएगा किंतु कई वर्ष बीत जाने के बाद भी समस्या ज्यों की त्यों है कर्मचारी एवं बेरोजगार वर्ग की स्थितियां बिगड़ती जा रही है संघ द्वारा शीघ्र निराकरण नहीं किया जाता है तो आंदोलन को और अधिक उग्र किया जाएगा जिसके लिए शासन प्रशासन जिम्मेदार रहेगा।
आंदोलन में मुख्य रूप से संघ के पदाधिकारी जयराम निराले ,प्रवीण इंगले ,कैलाश जयवंत, संतोष निंभोरे, रविंद्र इंगले, भऊराज तायडे, बाबूराव काकड़े ,ईश्वर घेटे ,रमेश बडोले, गुणवंता तायडे, सोमनाथ चौधरी ,भुवन सिंह डावर, प्रमोद निकम आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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