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बुरहानपुर आयुर्वेद महाविद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्थाओं व अन्य समस्याओं को लेकर प्रदेश भाजपा प्रवक्ता श्रीमती अर्चना चिटनिस ने विद्यार्थियों को संग ले आयुष मंत्री रामकिशोर कांवरे से की भेंटआयुष मंत्री रामकिशोर कांवरे ने कहा बुरहानपुर आयुर्वेद महाविद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था नहीं होगी छीन-भिन्न

बुरहानपुर। मंगलवार को भोपाल में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने पंडित शिवनाथ शास्त्री शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय के विद्यार्थियों को संग ले प्रदेष के आयुष मंत्री श्री रामकिषोर कांवरे से मुलाकात कर महाविद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्थाओं सहित अन्य समस्याओं से अवगत कराया। इसमंे मुख्य रूप से महाविद्यालय से प्रतिनियुक्ति पर स्थानांतरित होकर इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर इत्यादि स्थानों में अध्यापन करा रहे व्याख्याताओं एवं चिकित्सा अधिकारियों को बुरहानपुर में वापसी की प्रक्रिया किए जाने की मांग रखी। जिस पर मंत्री श्री कांवरे ने आश्वस्त किया है कि महाविद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था छिन्न-भिन्न नहीं होने दी जाएगी। जल्द से जल्द समस्या का समाधान किया जाएगा।
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बताया कि पूरे निमाड़ क्षेत्र में एक मात्र आयुर्वेद महाविद्यालय बुरहानपुर में स्थित है, परंतु पिछले कुछ समय से महाविद्यालय की स्थिति चिंताजनक चल रही है। महाविद्यालय में नियुक्त शिक्षक संवर्ग से लगभग आधे से ज्यादा शिक्षक प्रदेश के अन्य महाविद्यालय में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ है। जबकि उस महाविद्यालय में उनकी आवश्यकता नहीं है और बुरहानपपुर महाविद्यालय में संबंधित विभाग में कोई शिक्षक नहीं है जो कि अत्यंत आवश्यक है। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि प्रतिनियुक्त अवधि अधिकतम 3 वर्ष होती है फिर भी निम्नलिखित शिक्षक कई वर्षों से मूल स्थान पर सेवा ना देकर अन्य महाविद्यालय में कार्यरत् है। उन्होंने कहा कि 15 से अधिक शिक्षक एवं अन्य स्टॉफ पिछले कई वर्षों से प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ है जिसमें 2 व्याख्याताओं का संविलियन अन्य महाविद्यालय मेें कर दिया गया है, जबकि इन सभी की नियुक्ति स्व.शासी सेवा नियम अंतर्गत है, जिसमें इस तरह के कोई प्रावधान नहीं है। वर्ष 2018 के पूर्व लगभग 10 वर्ष महाविद्यालय को सी.सी.आई.एम.नई दिल्ली से प्रवेश मान्यता प्राप्त नहीं थी। वर्तमान में स्थानीय महाविद्यालय में 2 सत्र में छात्र अध्ययनरत् है और उपरोक्त शिक्षकों की कमी के कारण उनका भविष्य अंधकार में प्रतित हो रहा है। छात्रों द्वारा भी समय-समय पर शिक्षक एवं अन्य कमियों की शिकायत की जा रही है एवं आने वाले सत्र में सी.सी.आई.एम.नई दिल्ली द्वारा मान्यता प्राप्त होना संभव नहीं है, क्योंकि नियमानुसार महाविद्यालय में 30 शिक्षक होना आवश्यक है जिसमें 15 प्रोफेसर/रीडर एवं 15 व्याख्याता होना चाहिए। परंतु वर्तमान में बुरहानपुर महाविद्यालय में मात्र 06 प्रोफेसर/रीडर, 01 व्याख्याता एवं 13 मेडिकल ऑफिसर को व्याख्याता पद विरूद्ध पदस्थ किया गया है, जबकि मेडिकल ऑफिसर की नियुक्ति शासन द्वारा संचालित पी.एच.सी.आदि सेंटर के लिए की गई है। जहां पर चिकित्सीय सेवाओं का अभाव है, सी.सी.आई.एम.द्वारा भी मेडिकल ऑफिसर को शिक्षक के रूप में स्वीकार्य नहीं है।
ज्ञात हो कि तत्कालीन मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय बुरहानपुर को बंद प्रायः अवस्था से नियमित अध्यापन कार्य की अवस्था प्रारंभ कराने और डिस्पेंसरी को व्यवस्थित और सुचारू रूप से संचालित कराने के लिए  लगातार प्रयास करती रही है। महाविद्यालय को 2 दशक पूर्व की अवस्था से बेहतर स्थिति में संचालन कराने की व्यवस्था अंतर्गत लगभग 8 वर्ष पूर्व 12 करोड़ रूपए भवन, यंत्र एवं फर्निचर आदि हेतु स्वीकृत कराकर भवन निर्माण का कार्य कराया गया है। इसी के साथ ही महाविद्यालय के पहुंच मार्ग की स्वीकृति जारी की जा चुकी है। शीघ्र ही हाउसिंग बोर्ड मार्ग का निमाड़ कार्य आरंभ करेंगा। इतना ही नहीं मध्यप्रदेश शासन आयुष विभाग से आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के पद पर 3 एवं 10 व्याख्याताओं की नियुक्ति कराकर शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय बुरहानपुर को शीघ्र ही पुनः जीवित करने की परिस्थिति प्राप्त कराने में सफलता हासिल की थी। किन्तु 15 माह की कांग्रेस सरकार आने के चलते यहां से प्रोफेसर सहित अन्य स्टॉफ ने अपनी प्रतिनियुक्ति अन्य स्थानों पर करा ली है, जिससे महाविद्यालय में प्रोफेसरों एवं स्टॉफ की कमी हो गई है।
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि भाजपा की पिछली सरकार में शासन द्वारा लगभग 12 करोड़ रूपए की राशि खर्च कर नए भवन एवं परिसर का निर्माण कराया गया है, जिसकी उपयोगगिता अध्ययनरत् छात्रों एवं क्षेत्रवासियों को चिकित्सा लाभ पर आधारित है। श्रीमती चिटनिस ने मंत्री श्री कांवरे से अनुरोध किया कि अध्ययनरत् छात्र एवं क्षेत्रवासियों को ध्यान में रखते हुए तत्काल उपरोक्त सभी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर स्थानीय महाविद्यालय में उनके मूल पद पर पदस्थ कर महाविद्यालय में रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर पदस्थ किया जाए।

दिनांक:- 18 जनवरी 2022
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