कोतवाली पुलिस ने संवेदनशीलता व फुर्ती का परिचय देते हुए तत्पर कार्यवाही कर दो घंटे के अंदर 5 साल की बच्ची को अपने परिजनों से मिलवाया। अलिशना अपने बड़े अब्बा से मिलकर खिलखिला उठी।
कोतवाली पुलिस , बुरहानपुर ने अपनी कार्यशैली से पुनः मानवीय संवेदनशीलता व तत्परता का परिचय दिया है। दिनांक 25/01/22 की शाम करीबन 4 बजे कोतवाली थाने के आरक्षक करण को ड्यूटी के दौरान शनवारा चौराहे पर एक 5 साल की बच्ची मिली जो घबराई हुई थी व रो रही थी। आरक्षक करण द्वारा उससे अपने मम्मी-पापा के बारे में पूछने पर मासूम बच्ची बोल नहीं पा रही थी। आरक्षक करण द्वारा बच्ची को थाने लाकर उप निरीक्षक कविता आर्य के जिम्मे किया जिन्होंने अपनी मानवीय संवेदनशीलता व फुर्ती का परिचय देते हुए अपने अन्य काम छोड़कर तत्काल कंट्रोल रूम से सभी थानों को बच्ची मिलने संबंधी संदेश प्रसारित करवाया व सोशल मीडिया पर भी मैसेज किये गए। बाद उ.नि. कविता आर्य, उ.नि. शिवपाल सिंह सरयाम, प्र.आर. संदीप कैथवास व आर. करण द्वारा आसपास संभावित स्थानों पर भी बच्ची को दिखाकर उसके परिजनों की तलाश की गई। तलाश करते राजपूरा पर उसके परिजन शेख़ रफ़ीक़ पिता शेख़ गफ्फार व शेख़ चाँद पिता शेख वहाब दोनों निवासी पठानों की मस्जिद के पास शिकारपुरा मिले। शेख़ रफ़ीक़ ने बताया कि गुम हुई बच्ची उसकी भतीजी है। बच्ची अलिशना पिता शेख़ मोहम्मद उम्र 5 साल निवासी शिकारपुरा ने भी अपने बड़े अब्बा को पहचान लिया व मुस्कुराते हुए उनसे लिपट गयी। पुलिस द्वारा परिजनों को वेरिफाई करके बच्ची अलिशना को उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया। पुलिस अधीक्षक महोदय ने भी टीम की उक्त कार्यवाही की प्रशंसा कर टीम को बधाई दी।
कोई टिप्पणी नहीं