अंशकालीन भ्रत्य कर्मचारियों का आरोप मानदेय में हुआ भ्रष्टाचार
हरसूद ब्लॉक में शिक्षा विभाग के अंशकालीन भर्त्य लगा रहे सरकारी दफ्तरों के चक्कर जिम्मेदार अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान।
जी हां खंडवा जिले के हरसूद विधानसभा के अंशकालीन भ्रत्य कोरोना काल में हो रहे परेशान
उन्होंने आज हरसूद तहसील कार्यालय में जाकर तहसीलदार को एसडीएम हरसूद एवं क्षेत्रीय विधायक के नाम ज्ञापन सौंपा।
इनका आरोप है कि इनको पूर्व में पांच हजार रु महीने के हिसाब से मानदेय दिया जाता था लेकिन इस सत्र में इन्हे मात्र एक हजार छह सौ (1600) रुपए प्रति महीने के हिसाब से ही पेमेंट दिया गया है ।जिसमे वह अपने परिवार का पालन पोषण करने में असमर्थ है।
जबकि खंडवा जिले की पंधाना ब्लॉक में भी इस सत्र मे 5000 रू प्रति महीने से भुगतान किया गया है।
तो फिर हमारे साथ ही नाइंसाफी क्यों।
हमे भी 5000 रू के हिसाब से मानदेय दिया जाए यह मांग को लेकर उन्होंने ज्ञापन सौंपा है।
अब देखना यह है के क्या शासन प्रशासन ओर क्षेत्रीय विधायक इनकी गुहार सुनते हैं। या फिर यूहीं ये लोग असफलता की भेंट चड़ेंगे।
हालाकि। हरसूद तहसील दार ने इस विषय कि जांच कराने का आश्वासन दिया है।
कोई टिप्पणी नहीं