67 सालों से रोड के लिए तरस रहे ग्रामीण
67 सालों से रोड के लिए तरस रहे ग्रामीण
शासन प्रशासन की पोल खोलती नया समाज खेड़ा गांव कच्ची सड़कें आपको बता दें कि जिला शाजापुर से महज 13 किलोमीटर दूर पिपलिया इंदौर पंचायत की ग्राम नया समाज खेड़ा के ग्रामीण 67 सालों से रोड के लिए तरस रहे इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि सन 19-47 मैं देश आजाद होने के बाद हमारे इस गांव को सहकारिता विभाग द्वारा बसाया गया था लेकिन तब से लेकर आज तक हमारा गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित है गांव में आने के लिए 3 किलोमीटर का रोड कच्चा होने के कारण ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है ग्रामीणों द्वारा रोड की समस्या को लेकर विधानसभा चुनाव में चुनाव का बहिष्कार भी किया गया था लेकिन शासन प्रशासन के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों ने नया खेड़ा गांव में पहुंचकर ग्रामीणों आश्वासन दिया था कि आप मतदान करें आपकी रोड की समस्या का समाधान जल्द से जल्द किया जाएगा लेकिन इसके बावजूद आज तक हमारे गांव के कच्चे रोड का निर्माण नहीं हो पाया है और अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों को हमारे गांव की बदहाली नजर नहीं आती ग्रामीणों का कहना है कि कच्चा रास्ता होने के अभाव में समय पर इलाज नहीं मिलने से कई ग्रामीणों की जान चली गई और यदि गांव की किसी महिला की डिलीवरी होती है तो ग्रामीणों द्वारा महिला को खटिया या फिर पलंग पर लेटा कर गांव का रास्ता पार कराना पड़ता है ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हमारे गांव की सड़क नहीं बनती है आने वाले चुनाव में हमारे गांव का एक भी मतदाता मतदान नहीं करेगा
बाइट ग्रामीण
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