ग्रामीणों और वन अतिक्रमण कारियो के बीच खुनी झड़प
हरिओम राठौड़
अतिक्रमण कारियो का हौसला दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
ग्रामीण अपनी जान को जोखिम में डालकर वनों की सुरक्षा करते हे।
गौरतलब है कि वन विभाग के बड़े अधिकारी एवं वन विभाग के जवान साथ होने के बाउजूद ग्रामीणों पर जान लेवा हमला हुवा।
ग्रामीणों को अकेला छोड़ कर वन सुरक्षा कर्मियो को भी जान बचाकर भागना पड़ा
जिससे ग्रामीणों और वन अतिक्रमण कारियो के बीच
आपसी झड़प में अतिक्रमण कारियो ने तीर एवं गोफन से ग्रामीणों पर हमला कर दिया जिसके कारन जनपद पंचायत के सदस्य किसान धांडे को पत्थर लगने से सिर में गंभीर चोट आई
तथा वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष कडू शंकर पाटिल के हाथ पैर और कमर में कई पत्थर लगे है।
गणेश निम्बालकर के पैर में तीर लगी एवं निकलेश शंकर के सीर मै गंभीर चोट आयी है
जिसके कारण इन्हे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है ।
जसके कारन ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि
सरकार का इस और कोई ध्यान नहीं है। वन अतिक्रमण कारी लगातार पेड़ो की कटाई कर रहे हे। जब ग्रामीण समझने जाते हे तो उन पर जान लेवा हमला कर दिया जाता है। अगर ऐसा ही चलते रहा तो जंगल ख़त्म होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा
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