पुलिस की नाक के नीचे ही सोशल डिस्टेंसिंग बन कर रह गई मजाक
राष्ट्रीय न्यूज़ बुरहानपुर
देढ़तलाई स्थित पुलिस चौकी के पास ही बैंक ऑफ इंडिया में रोजाना सैकड़ो खाता धारक अपनी धन राशि निकालने के लिए तड़के 4 बजे से ही एकत्रित होना आरम्भ कर देते है।दोपहर के 12 बजे भीड़ को देख कर तो ऐसा लगता है कि यहां किसी तरह का मेला लगा हुवा हो।यहाँ पर सरेआम सोशल डिस्टेंसिंग का उलंघन होते हुए आसानी से देखा जा सकता है।सेकड़ो की भीड़ में अधिकतर लोगों के पास मास्क नही होता हैं।खास बात तो ये है कि पुलिस चौकी भी बैंक के पास ही है,और पुलिस का बैंक के सामने से ही सैकड़ों बार आना जाना होता लेकिन भीड़ को नजरअंदाज करते हुए ये आगे निकल जाते है।एक ओर तो जिला कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह इस खतरनाक महामारी को रोकने के लिए जिले में हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं।तो दूसरी ओर उनके ही जिम्मेदार अधिकारी लापरवाही बरतने से बाज नही आ रहे है।अब सवाल ये उठता है कि बाइक पर बैठे हुए दो लोगो को डंडे मरना सही है लगता है,परन्तु इस तरह की एकत्रित भीड़ को नजरअंदाज करना कहाँ तक उचित हैं।आखिर पुलिस कर क्या रही है।जबकि ये सब पुलिस की नाक के नीचे ही हो रहा है।आखिर ये भी तो एक जिम्मेदारी ही है।
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