M R खसरा-रूबेला का इंजेक्शन भारत सरकार ने यह निर्णय लिया है
सरकार यह निर्णय लिया हे की इसे सयुक्त टिके के रुप मे इस अभियान को आरम्भ किया जाय।प्रारंभ मे इसे एक अभियान के तहत चलाया जायेगा इसके बाद इसे नियमित टीकाकरण अभियान मे सम्मिलित कर लिया जायेगा।खसरा-रुबेला का इन्जेक्शन पहली और दुसरी खुराक के रुप मे दीया जायेगा।खसरा -रुबेला टिके का आरंभ चरणबद्ध रुप से सभी राज्यो मे किया जायेगा।।A NM देवकी धुर्वे ने बताया की खसरा एक घातक रोग हे जो बच्चो मे विकलांगता या बच्चो की जान जाने जैसी समस्या को पेदा करता हे। इसके अलावा रुबेला एक येसा रोग हे जो किसी महिला को गर्भअवस्था के पहले होने पर (जन्मजात रुबेला सड्रॉम) विकसीत होने पर भ्रूण या नवजात शिशुवो के लिये गम्भीर और घातक शीद्ध होता हे।खसरा -रुबेला एक विशेष अभियान हे जिसका उद्देश्य निश्चित समय सीमा मे पुरे राज्य मे व्यापक आयु वर्ग के बच्चो को खसरा-रुबेला से
प्रतीरक्षित करना हे।।इस अभियान के तहत 9महिने से लेकर 15वर्ष की आयु तक के सभी बच्चो यह टिका लगाना हे।देवकी धुर्वे ने बताया की पुरे भारत मे खसरा नामक बिमारी से प्रतिवर्ष लगभग 49200बच्चो की मोत हो जाती हे।इसमे बिमारी,निमोनीया,अन्धापन,डायरिया और बच्चा कुपोषण का सिकार भी हो जाता हे। इस अभियान की शुरवात 15जनवरी से पुरे भारत मे की जायेगी।इस अभियान के तहत सभी शासकिय और प्रायवेट स्कूलो के बच्चो को यह इन्जेक्शन लगाया जायेगा।इसके साथ साथ यह भी बताया गया की सभी बच्चो को प्रतिदिन मध्यानभोजन ग्रहण करने के पहले हमे अपनो हाथो को साबुन से साफ करके ही भोजन गृहण करना चाहिये।इस दौरान प्रधानपाठक रामकिसन पाटिल,निलेश राठौड़,रेखा राठौड़,रजनी चौहान,एव आशा कार्यकर्ता किरण राठौड़ उपस्थित रही।।
मातापुर से नीलेश राठौड़ की रिपोर्ट
राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल
चीफ इन एडिटर
राजू राठौड़
9424525101
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